उन्होंने कहा कि बिहार में विधानसभा चुनाव के कारण केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने बिहार के लोगों को कोरोना के मुफ्त टीके देने की घोषणा की है। हमारे प्रदेश में चुनाव नहीं होने से केंद्र को यहां लोगों के स्वास्थ्य की चिंता नहीं है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से लेकर सभी केन्द्र मंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री बी.एस.येडियूरप्पा झूट बोलने में माहिर है और इनका कोई सानी नहीं। भाजपा वोट बैंक के लिए कोरोना के मुफ्त टीके देने का इस्तेमाल कर रही है। इस बारे में मोदी क्या कहते है, इसका स्पष्टीकरण देना चाहिए।
कर्नाटक के लोग क्यों खटकते हैं उन्होंने कहा कि आखिर प्रदेश के नागरिक केन्द्र सरकार की नजर में क्यूं खटकते है, पता नहीं। वे केंद्र से पूछना चाहते हंै कि प्रदेश के नागरिकों को मुफ्त टीके प्राप्त करने का अधिकार नहीं है। हर मामले में प्रदेश के साथ अन्याय हो रहा है। कब तक केन्द्र का यह रवैया बदाश्र्त करना होगा, पता नहीं। प्रदेश सरकार और भाजपा सांसद गूंगे-बहरे हैं।
कोरोना के मुफ्त टीके दिलवाएं प्रदेश में एक तरह से मुर्दा सरकार चल रही है। सरकार अवसरवादी राजनीति कर रही है। येडियूरप्पा ने चुनाव से पहले कई वादे किए थे। इसे जारी नहीं करने के लिए भाजपा के अंदर ही षड्यंत्र चल रहा है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नलिन कुमार कटील में हिम्मत है तो वह प्रदेश के नागरिकों को भी कोरोना के मुफ्त टीके दिलवाएं।