अपने घर में आने का स्वर्णिम अवसर: साध्वी लावण्यश्री
यशवंतपुर में प्रवचन

बेंगलूरु. यशवन्तपुर तेरापंथ भवन में साध्वी लावण्यश्री के सान्निध्य मे संवत्सरी महापर्व का आयोजन किया गया।
साध्वी ने कहा कि हमारे सामने अपने घर में आने का स्वर्णिम अवसर है। अपनी पहचान करने का, आत्मा का ध्यान, वर्ष भर का लेखा जोखा करने का उत्सव है। संवत्सरी महापर्व का महत्व बताते हुए साध्वी सरस्वती, आचार्य कारक, एवं राजा गर्दभिल्ल की ऐतिहासिक घटना का रोचक वर्णन किया।
उन्होंने कहा कि आज का पर्व सिंहावलोकन का पर्व है। गत वर्ष में जाने अनजाने हुईं भूलो को भूलने का एवं आगे से भूल न करने का का संकल्प करना है।
सभा अध्यक्ष विमल किशोर पितलिया, गांधीनगर ट्रस्ट के अध्यक्ष गौतम मूथा, महिला मंडल उपाध्यक्ष मीनाक्षी दक, तेयुप बेंगलूर के अध्यक्ष विनोद मूथा ने विचार व्यक्त किए। संचालन करते हुए मंत्री महावीर ओस्तवाल ने कार्यक्रमों की जानकारी दी। सात दिन अखंड जाप हुआ।
सामूहिक रूप से मनाया क्षमा का पर्व
बेंगलूरु. नगरथपेट स्थित राम मंदिर रोड पर शंखेश्वर क्रिस्टल समिति की ओर से रविवार को पर्युषण पर्व के समापन पर सामूहिक क्षमा याचना का आयोजन का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर महिला समिति का भी गठन किया गया। समारोह में पृथ्वीराज, राजेश, प्रकाश बालर, डूंगरमल चोपड़ा, ललित, विनोद, रायचंद, कमलेश व महिलाओं में गंगाबेन, विमला बेन, शांताबेन आदि उपस्थित थीं। कार्यक्रम से पूर्व आयोजकों ने एक-दूसरे क्षमा मांगी।
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