ड्रग्स कारोबार जांच को प्रभावित करने का प्रयास : सिद्धरामय्या
मामले की न्यायिक जांच हो

बेंगलूरु. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सिद्धरामय्या ने ड्रग्स कारोबार की जांच कर रही केंद्रीय अपराध जांच शाखा (सीसीबी) पर राज्य सरकार की कठपुतली की तरह कार्य करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सीसीबी सरकार के इशारे पर गिरफ्तारियां कर रही है लेकिन असली आरोपी आजाद हैं। ड्रग्स कारोबार की सच्चाई उजागर करने के लिए सरकार को उच्च न्यायालय के न्यायाधीश से जांच करानी चाहिए।
उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हर क्षेत्र में विकास ठप हो गया है, महंगाई बढ़ रही है। लघु मध्यम तथा बृहद औद्योगिक इकाइयां बंद हो रही हैं। बेरोजगार युवाओं की संख्या बढ़ रही है। उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्म दिवस बेरोजगार दिवस के रुप में मनाया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि राज्य में दो मुख्यमंत्री हैं एक बीएस येडियूरप्पा तो दूसरे बीवाई विजयेंद्र, जो खुल कर प्रशासनिक मामलों में हस्तक्षेप कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हाल में चिकित्सकों की हड़ताल के दौरान विजयेंद्र ने चिकित्सक संघ के पदाधिकारियों से बातचीत की थी। राज्य सरकार बताए कि विजयेंद्र ने किस हैसियत से यह बातचीत की?
उन्होंने कहा कि वर्ष 2020-21 का बजट पेश करते हुए मुख्यमंत्री ने 53 हजार करोड़ रुपए का ऋण लेने की बात की थी अब उसके साथ 33 हजार करोड़ रुपए का ऋण और लिया जा रहा है। पूरे धन का उपयोग केवल कर्मचारियों के वेतन का भुगतान तथा ब्याज चुकाने पर होने से विकास कार्य ठप हो जाएंगे। 88 हजार करोड़ रुपए का ऋण लेकर भाजपा सरकार को दिवालिया बनाने की राह पर चल रही है।
मुख्यमंत्री समेत मंत्रिमंडल के अधिकतर सदस्य बेंगलूरु में ही रहते हैं किसी को भी राज्य के अन्य जिलों की चिंता नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेताओं से भ्रष्टाचार तथा लंबे चौड़े भाषणों के अलावा और किसी चीज की अपेक्षा करना संभव नहीं है।
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