उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. सी. एन. अश्वथनारायण ने शुक्रवार को बताया कि सरकार ने आदेश जारी कर दिया है। देश आजादी की 75वें वर्षगांठ अमृत महोत्सव के रूप में मना रहा है, यह कार्यक्रम 15 अगस्त 2023 तक जारी रहेगा। परियोजना का उद्देश्य वैज्ञानिक सोच का पोषण करना और छात्र समुदाय के बीच तकनीकी जागरूकता को बढ़ावा देना है।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक गवर्नमेंट स्कूल स्टूडेंट्स सैटेलाइट नाम की परियोजना को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और इंडियन टेक्नोलॉजी कांग्रेस एसोसिएशन (आइटीसीए) के सहयोग से कर्नाटक साइंस एंड टेक्नोलॉजिकल प्रमोशन सोसाइटी (केएसटीइपीएस) के माध्यम से लागू किया जाएगा। परियोजना के कार्यान्वयन के संबंध में, केएसटीइपीएस ने आइटीसीए के साथ आपसी सहयोग के एक समझौते पर हस्ताक्षर किया है।
परियोजना के कार्यान्वयन की निगरानी के लिए एक तकनीकी विशेषज्ञ समिति का गठन किया जाएगा और इसे पूरा करने के लिए 12 महीने की समय सीमा निर्धारित की गई है। परियोजना की प्रगति के अनुसार केएसटीइपीएस आइटीसीए को राशि जारी करेगा। प्रस्तावित उपग्रह को डिजाइन करने के बाद लॉन्चिंग के लिए इंडियन नेशनल स्पेस प्रमोशन एंड ऑथराइजेशन सेंटर से अनुमति लेनी होगी।
अतिथि व्याख्याताओं के लिए 55 हजार से ज्यादा आवेदन
बेंगलूरु. सरकारी प्रथम श्रेणी के कॉलेजों के अतिथि व्याख्याताओं की नियुक्ति के लिए आखिरी दिन शुक्रवार रात आठ बजे तक 25,000 से अधिक ऑनलाइन आवेदन मिले हैं। कॉलेजिएट और तकनीकी शिक्षा विभाग के आयुक्त पी. प्रदीप ने बताया कि अभी तक कुल 55,678 आवेदन मिले हैं। मध्यरात्रि 12 बजे समय सीमा से पहले कुछ और आवेदन आ सकते हैं। जल्द ही मेरिट लिस्ट तैयार कर प्रक्रिया को तेजी से पूरा किया जाएगा।