सरकार पर शिक्षकों व निजी स्कूलों की अनदेखी का आरोप
- पीएसएसीडब्ल्यूए और केयूएमएसएमए का प्रदर्शन
- सांकेतिक भूख हड़ताल

बेंगलूरु. विभिन्न मांगों को लेकर निजी स्कूल एवं बाल कल्याण संघ (पीएसएसीडब्ल्यूए) और कर्नाटक गैर अनुदानित अल्पसंख्यक स्कूल प्रबंधन (केयूएमएसएमए) के सैकड़ों सदस्यों ने मंगलवार को फ्रीडम पार्क में प्रदर्शन किया। सभी सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक सांकेतिक भूख हड़ताल पर रहे।
भूख हड़ताल में शामिल पीएसएसीडब्ल्यूए के अध्यक्ष डॉ. अफशाद अहमद बी. जे. ने कहा कि कोविड महामारी के कारण मार्च से स्कूल बंद हैं। सैकड़ों शिक्षकों व अन्य कर्मचारियों ने नौकरियां गंवाई हैं। कइयों की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है। सरकार शिक्षकों व निजी स्कूल संचालकों को भूल गई है।
निजी स्कलों के शिक्षकों व गैर शिक्षण कर्मचारियों के लिए विशेष राहत पैकेज, कोरोना सुरक्षा प्रोटोकॉल के साथ स्कूलों का जल्द से जल्द संचालन, मौजूदा शैक्षणिक वर्ष के लिए सिलेबस पर स्पष्टीकरण के साथ वार्षिक योजना और शिक्षकों को कोविड वॉरियर मानकर कोविड टीकाकरण में प्राथमिकता प्रमुख मांगे हैं।
उन्होंने निजी स्कूलों के शिक्षकों व अन्य कर्मचारियों के लिए अलग बीमा सुविधा की मांग भी की। सरकार सुनिश्चित करे कि अनिवार्य रूप से दाखिला प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही बच्चों को प्रोमोशन मिले।
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