इससे पूर्व उन्होंने कार्यकर्ता सम्मेलन में कहा कि मुख्यमंत्री बीएस येडियूरप्पा ने खुद ही स्वीकार किया है वे तार पर चल रहे हैं और इसके अलावा भाजपा आलाकमान ने उनसे तमाम अधिकार छीनकर दरकिनार कर दिया है, जिसकी वजह से वे विभिन्न मसलों पर निर्णय नहीं कर पा रहे हैं। यह सरकार भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महासचिव बीएल संतोष के रिमोट कंट्रोल पर चल रही है। इसके अलावा मुख्यमंत्री येडियूरप्पा व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नलिन कुमार कटील परस्पर विरोधाभासी बयानबाजी कर रहे हैं इससे स्पष्ट है कि सत्ता व संगठन के बीच मतभेद हैं। इसलिए इसी साल दिसम्बर माह तक राज्य की भाजपा सरकार स्वत: ही गिर जाएगी।
सिद्धरामय्या ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी झूठ बोलकर लगातार कोरे वादे कर रहे हैं, पर वे देश की गिरती अर्थव्यवस्था व रोजगार के मसलों पर एक शब्द तक नहीं बोल रहे हैं। राज्य में ईडी व आयकर विभाग के छापों के पीछे सिद्धरामय्या का हाथ होने के पूर्व विधायक बीसी पाटिल के बयान पर उन्होंने कहा कि मोदी कोई मेरी जेब में नहीं हैं कि मेरे निर्देशानुसार काम करेंगे।