कोरोना महामारी, लॉकडाउन, अतिथि व्याख्याताओं की हड़ताल आदि कारणों से कोर्स पूरा नहीं हो सका है। एक कॉलेज के प्रिंसिपल ने बताया कि अतिथि व्याख्याता करीब एक माह तक हड़ताल पर थे। कॉलेज के 61 अतिथि व्याख्याताओं में से करीब आधे ही फिलहाल कॉलेज आ रहे हैं। ऐसे में अगर पाठ्यक्रम पूरा करना है तो रविवार को भी कक्षाएं लगानी होंगी।
मल्लेश्वरम सरकारी फस्र्ट ग्रेड डिग्री कॉलेज की प्रिंसपिल डी. एस. प्रतिमा ने बताया कि 20 अतिथि व्याख्याताओं में से 17 लौटे हैं। रसायन विज्ञान व समाजशास्त्र सहित कुछ अन्य विषयों की पढ़ाई पूरा नहीं हुई है। कई माह तक व्याख्याता नहीं थे। पाठ्यक्रम पूरा करने के लिए अतिरिक्त कक्षाओं की जरूरत पड़ सकती है। व्याख्याताओं को रविवार को भी कक्षाएं संचालित करने के निर्देश दिए गए हैं।
शिक्षा विभाग जिम्मेदार
फेडेरेशन ऑफ यूनिवर्सिटी एंड कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. बी. जी. भास्कर ने शिक्षा विभाग को मौजूदा स्थिति के लिए जिम्मेदारी ठहाराया है। उन्होंने कहा कि तकरीबन सभी निजी व अनुदानित डिग्री कॉलेज पाठ्यक्रम पूरा कर चुके हैं। इंटर्नल परीक्षा आयोजित की जा रही है। अतिथि व्याख्याताओं के कारण करीब एक माह तक पढ़ाई बाधित रही। लेकिन, सरकार स्थिति संभालने में विफल रही। सरकारी कॉलेजों के पास कोई योजना नहीं थी। हड़ताल के दौरान उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे थे। लॉकडाउन के दौरान भी ऑनलाइन कक्षा शुरू करने में देरी हुई।