उन्होंने कहा कि यह सरकार की ओर से नागरिकों की हत्या करने के समान है। कांग्रेस नेता ने कहा कि आईसीएमआर की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि परीक्षण को तेज किया जाना चाहिए। लेकिन सरकार ने अस्पतालों से टेस्टिंग में 50 फीसदी की कटौती करने को कहा है। ज्यादा टेस्टिंग का मतलब है लोगों में ज्यादा जागरुकता। कम मामले दिखाने के लिए कोरोना की जांच संख्या कम करना सही नहीं है।
शिवकुमार ने कहा कि लोगों की जान बचाने जैसे मसलों पर सरकार को उनकी पार्टी का भरपूर सहयोग मिलेगा लेकिन गलतियों व गलत फैसलों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वहीं गृह मंत्री बसवराज बोम्मई (Home Minister Basavaraj Bommai ) ने शिवकुमार के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि सरकार ने आरटी-पीसीआर परीक्षणों को कम नहीं किया है। इससे पहले रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड समेत सार्वजनिक जगहों पर टेस्टिंग होती थी। यह अब लॉकडाउन के कारण बंद हो गया है।
एक्टिव मामले छह लाख के पार मालूम हो कि कर्नाटक में शनिवार को कोरोना संक्रमण के एक्टिव मामले छह लाख के पार हो गए। 41664 नए लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि के साथ ही राज्य में कोरोना के कुल एक्टिव मामले 605494 हो गए। वहीं संक्रमण से 349 लोगों की मौत हो गई। शनिवार को 34425 मरीज कोरोना को मात देने में सफल रहे।