इसरो ने कहा है कि पिछले 17 जनवरी की सुबह 2.35 बजे यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के रॉकेट एरियन-5 वीए-251 ने उड़ान भरी थी और जीसैट-30 को अंडाकार भू-स्थैतिक अंतरण कक्षा (जीटीओ) में स्थापित कर दिया था। अब इसे 35 हजार 826 किमी गुणा 35 हजार 913 किमी वाली दीर्घवृत्ताकार भूस्थैतिक कक्षा में भेज दिया गया है। इस कक्षा में उपग्रह 0.11 डिग्री के कोण पर झुका हुआ है। यह ऑपरेशनल आर्बिट के बेहद करीब है। इसके लिए कुल 2 घंटे 29 मिनट का तीन मैनुवर करना पड़ा। पहला मैनुवर लगभग 90 मिनट, दूसरा मैनुवर लगभग 50 मिनट और तीसरा मैनुवर लगभग 8 मिनट का था। उपग्रह के सौर पैनल और एंटीना तैनात कर दिए गए हैं।जीसैट-30 22 दिसम्बर 2005 को भेजे गए इनसैट-4 ए उपग्रह की जगह लेगा। इनसैट-4 ए की सेवाएं अब समाप्त हो चुकी हैं। यह उपग्रह डीटीएच, वीसैट, एटीएम, स्टॉक एक्सचेंज, टेलीविजन अपलिंकिंग जैसी सेवाओं के लिए है।