यूवीसीइ को कम-से-कम 39 सहायक प्रोफेसर, 29 एसोसिएट प्रोफेसर और 24 प्रोफेसरों की जरूरत है। विद्यार्थियों को कई स्तरों पर दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यूवीसीइ के प्राचार्य ने उच्च शिक्षा विभाग से स्थाई व्याख्याताओं को नियुक्त करने की मांग की है। हालांकि ऐसा करने वाले वे पहले प्राचार्य नहीं है। इससे पहले के प्राचार्य व फिलहाल बीयू के कुलपति प्रो. के. आर. वेणुगोपाल के कार्यकाल में भी उनके तमाम प्रयासों के बावजूद स्थाई व्याख्याताओं की मांग पूरी नहीं हुई थी। प्रो. वेणुगोपाल खुद इसी कॉलेज के छात्र रहे हैं। उन्होंने बताया कि रिक्द पदों पर नियुक्ति के प्रयास जारी हैं।
दरअसल वर्ष 2008 तक यूवीसीइ में व्याख्याताओं की इतनी कमी नहीं थी। लेकिन समय के साथ ज्यादातर सेवानिवृत्त हो गए। उच्च शिक्षा विभाग के एक अधिकारी के अनुसार नियुक्ति प्रक्रिया जारी है। लेकिन कोरोना महामारी के कारण मामला अटक गया। नियुक्ति को लेकर उच्च अधिकारियों की दो बार बैठक हो चुकी है। हालात सामान्य होने के कुछ सप्ताह में रिक्त पदों पर नियुक्ति की उम्मीद है।