यहां शुक्रवार को संवाददाताओं से बातचीत करते हुए एचएएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक आर.माधवन ने कहा कि ‘हम चाहते हैं कि एचएएल हवाई अड्डा फिर से खुले। हमने बीआइएएल से बातचीत शुरू की है लेकिन अभी किसी समझौता बिंदु तक नहीं पहुंचे हैं।
कुछ बिंदुओं पर चर्चा हुई जिसमें एचएएल को मिलने वाली राशि शामिल है।Ó एचएएल हवाई अड्डे को लीज पर दिया जाएगा और एचएएल एयर ट्राफिक कंट्रोल (एटीसी) का परिचालन करता रहेगा। बीआइएएल इस हवाई अड्डे का उपयोग करेगा। हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि इस हवाई अड्डे का उपयोग केवल घरेलू उड़ानों के लिए होगा या कोई और योजना है।
उन्होंने कहा कि इसका निर्णय बियाल करेगा। वे बताएंगे कि वे एक एयरलाइन को यहां स्थानांतरित करेंगे या क्या करेंगे। एचएएल अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि अगर हवाई अड्डे को फिर से खोला जाता है तो भी इसका असर सैन्य विमानों के परिचालन पर नहीं पड़ेगा। विमानों के उड़ान परीक्षण आदि इससे अप्रभावित रहेंगे।
गौरतलब है कि एचएएल हवाई अड्डा केआईए का परिचालन शुरू होने के बाद वर्ष 2008 में बंद कर दिया गया था। नागरिक उड्डयन मंत्रालय और बियाल के बीच हुए करार के मुताबिक 25 वर्ष तक 150 किमी के दायरे में कोई दूसरा हवाई अड्डा ऑपरेशनल नहीं हो सकता।