कैरेबियन द्वीप का पोर्टरिको प्रथम स्थान पर है वहीं पर्यटकों की दूसरी पसंद हम्पी के तौर पर चिन्हित की गई है। कैलिफोर्निया के सांता बार्बरा को तीसरा स्थान दिया गया है। वर्ष 2016 -17 में 5.35 लाख पर्यटकों ने हम्पी का दौरा किया था इनमें 38 हजार विदेशी सैलानी थे। अधिक संख्या में विदेशियों को आकर्षित कर रहे हम्पी को इस सूची में शामिल करना राज्य के लिए गर्व की बात है। पूर्व में एक अंतरराष्ट्रीय कंपनी की वेबसाइट ने 2016 में एशिया में देखने योग्य छह पर्यटन स्थलों को चिन्हित किया था। इसमें अधिक आकर्षण का स्थल कौन सा है इसका सर्वे किया था।
इसमें सात लाख 50 हजार से अधिक लोगों की पसंद हासिल करने में हम्पी सफल हुआ था। एशिया की पसंदीदा जगह की सूची प्राप्त करने के चलते भारत की गरिमा बढ़ी थी। इसके बाद श्रीलंका, ओमान, भूटान, मंगोलिया व जापान शामिल थे। इस बारे में ट्रेवेल लेमनिंग कम्पनी वेबसाइट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नाथे हेक ने हम्पी को भारत को गौरव दिलाने वाला स्थल कहा है।
राज्य की अनदेखी
स्थानीय निवासियों का कहना है कि विजयनगर राजाओं के समय से ही कई कीर्तिमानों को हासिल करने वाले हम्पी के मामले में राज्य सरकार अधिक रुचि नहीं दिखा रही है। मैसूरु दशहरा के लिए प्रेरणा बने हम्पी में हर वर्ष उत्सव मनाना हाल में आरम्भ हुआ है परन्तु इस वर्ष उत्सव मनाने के लिए राज्य सरकार उत्साह नहीं दिखा रही है। बेलगावी अधिवेशन में इस बारे में जवाब देते हुए सरकार ने 12 व 13 जनवरी को हम्पी उत्सव मनाने का आश्वासन दिया था परन्तु यह केवल घोषणा तक ही सीमित रह गया, जो कईयों की नाराजगी का कारण बना है।
जिला प्रशासन ने उत्सव मनाने के लिए आठ करोड़ रुपए की मांग की है। राज्य सरकार ने 6 0 लाख रुपए दिए हैं, यह राशि पर्याप्त नहीं होगी। हम्पी उत्सव के मुद्दे पर जनप्रतिनिधियों को राज्य सरकार की आंखें खोलने का कार्य करना चाहिए।