ऐसी समस्याओं से निपटने और वन्यजीवों को राहत देने के लिए Karnataka Zoo Authority (जेडएके) हेरिटेज शहर Hampi के समीप कमलपुर में wildlife rescue centre बनाएगा। अटल बिहारी वाजपेयी प्राणि उद्याान में हाईटेक वन्यजीव पशु चिकित्सालय का भी निर्माण हो रहा है।
जेडएके के सदस्य सचिव बीपी रवि ने बताया कि Ballari और chitradurga सहित अन्य जिलों में भी मानव-पशु संघर्ष की घटनाएं आम होती जा रही हैं। बचाव केंद्र और हाईटेक अस्पताल के अस्तित्व में आते ही वन्यजीवों को राहत मिलेगी। चिकित्सकों के विशेष दल का गठन किया गया है।जो मानव-पशु संघर्ष की घटनाओं को रोकने की दिशा में भी काम करेंगे।
तीसरा Tiger और Lion Safari लगभग तैयार
बेंगलूरु के Bannerghatta National Park और शिवमोग्गा के त्यावरेकोप्पा के बाद हम्पी के अटल बिहारी वाजपेयी प्राणि उद्यान में प्रदेश का तीसरा बाघ और शेर सफारी लगभग तैयार है। 21 जुलाई से सैलानी इसका लुत्फ उठा सकेंगे। 40 हेक्टेयर में सफारी फैला हुआ है। चार बाघ और दो शेर से सफारी की शुरुआत होगी।
मिनी चिडिय़ाघर विकसित करने की योजना
रवि ने कहा कि सफारी से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। क्षेत्रीय लोगों को नौकरियां मिलेंगी। उत्तर-कर्नाटक क्षेत्र में mini zoo विकसित करने की योजना भी है। 45 से 50 हेक्टेयर में फैला हर्बीवोर सफारी कुछ दिन पहले लॉन्च किया गया था। जो सैलानियों के लिए आकर्षण के केंद्र बना हुआ है। हर्बीवोर सफारी के आसपास zoo है। zoo के विकास और अन्य गतिविधियों के लिए जेडएके ने 154 हेक्टेयर भूमि आवंटित की है।
मैसूरु की जर्त पर हम्पी zoo का विकास
मैसूरु चिडिय़ाघर की तर्ज पर हम्पी zoo को विकसित करने की मंसा जताते हुए रवि ने कहा कि हम्पी zoo में 15 बाड़ों का निर्माण हो रहा है। छह माह में इन बाड़ों को सैलानियों के लिए खोल दिया जाएगा। बल्लारी zoo बंद होने वाला है। हम्पी zoo यहां के वन्यजीवों और पक्षियों का नया घर होगा। मैसूरु zooप्रशासन ने भी कई वन्यजीव और पक्षी देने पर हामी भरी है। यूथ क्लब के साथ क्षेत्र के स्कूली बच्चों के लिए कई कार्यक्रमों के आयोजिन की योजना भी है।