पहले भी मिल चुके हैं मोबाइल, व्यापारी को धमकी भी दी, पुलिस कर रही जांच
हाल ही में परप्पन अग्रहार के चयनीत सेल पर पुलिस अधिकारियों ने छापा मारा था। इस दौरान आरोपियों के पास से मोबाइल फोन तथा इससे संबंधित उपकरण पाए गए थे। इस बारे में परप्पन हग्रहार थाने में मामला भी दर्ज किया गया है। इन सबके बीच शिवमोग्गा के गांधी बाजार तथा इसके आसपास का इलाका तथा अन्य भाग के चयनीत व्यापारियों को आरोपी खासीफ के गिरोह ने रुपयों के लिए धमकी देते हुए कॉल करने की अफवाह फैली है। इस बारे में पुलिस जांच कर रही है।
एनआईए की जांच में तेजी
बजरंग दल कार्यकर्ता हर्ष की हत्या मामले को लेकर एनआईए (राष्ट्रीय जांच दल) ने जांच में तेजी लाई है। 90 से अधिक अधिकारियों ने शिवमोग्गा के 13 से अधिक जगहों पर जानकारी खंगाली है। हर्ष हत्या मामले के आरोपियोंं के मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने के बारे में पुलिस महानिदेशक से जानकारी प्राप्त की है। कारागृह नियमों का उल्लंघन करने के लिए ही कुछ कर्मचारी जेल में हैं। ऐसों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी।
– आरग ज्ञानेंद्र, गृहमंत्री
बेंगलूरु. मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि परप्पन अग्रहारा केंद्रीय जेल की घटना को सरकार ने इसे गंभीरता से लिया है। इसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करने के बाद कार्रवाई की जाएगी। इस प्रकार की अनियमितताएं अक्सर वहां हो रही हैं। ऐसा लगता है कि एक समूह व्यवस्थित रूप से इस तरह की गतिविधि में लगा हुआ है। उधर, जेल विभाग के अधिकारियों का कहना है कि हर्ष हत्याकांड के आरोपियों के खिलाफ इसे लेकर मामला दर्ज किया गया है।
केंद्रीय जेल के कुछ फोटो और वीडियो वायरल हुए हैं जिसमें दिखाया गया है कि कथित तौर पर बजरंग दल कार्यकर्ता हर्ष की हत्या के आरोपी को जेल में विशेष सुविधाएं दी जा रही हैं। जानकारी सामने आने के बाद जेल पर छापा भी पड़ा। ताकि पता चल सके कि आरोपियों के पास मोबाइल फोन कैसे पहुंचा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह की घटनाएं वहां पहले भी हुई थीं। यह प्रथम दृष्टया स्पष्ट है कि कुछ (जेल कर्मी) भ्रष्ट हैं और अपराधियों के साथ मिलीभगत कर रहे हैं। इस संदर्भ में जल्द ही एक रिपोर्ट मिलेगी जिसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।