बेंगलूरु. किसी भी व्यापार में सफलता के लिए स्वामी को अपने दृष्टिकोण का लिखित में दस्तावेज या 3 से 5 वर्ष तक के रोडमेप की प्राथमिक जरूरत होती है, साथ ही साथ आगे बढऩे के लिए रणनीति एवं विजन पर ध्यान देने की आवश्यकता होती है। यह बात जीतो बेंगलूरु की ओर से एक होटल में आयोजित “बिजनस बलंडर्स टू बिजनस वंडर्स” नामक व्यावसायिक सेमिनार में अंतरराष्ट्रीय बिजनस कोच व मोटिवेशनल स्पीकर उज्जवल पाटनी ने कही। उन्होंने उपस्थित उद्योगपतियों को विभिन्न व्यवसायों पर, व्यवसाय स्वामियों द्वारा प्रतिनिधिमंडल पर, स्वामी के रूप मैक्रो स्तर की योजना के ध्यान केंद्रित करने पर, दूसरों को सूक्ष्म स्तर सौपने पर, बिक्री बढ़ाने के लिये कर्मचारियों के प्रशिक्षण पर, ग्राहकों की खुशी का उदाहरण बनने पर, उत्पादों के नवाचार पर व व्यापार लेखा परीक्षा आदि विषयों पर कई उदाहरण दिए। एकेडेमिक सिटी के प्रायोजन में आयोजित सेमिनार में पाटनी ने व्यवसाय स्वामियों को परफोरमेंस इंडिकेटर लिखकर बिजनस ऑडिट कराने का तथा अपने व्यावसायिक संगठन में दूसरी पंक्ति का मजबूत नेतृत्व खड़ा करने का महत्व भी बताया। नवकार मंत्र से प्रारंभ सेमिनार में प्रायोजक, गणमान्य व्यक्तियों व जीतो प्रतिनिधियों द्वारा द्वीप प्रज्वलन किया गया। जीतो बेंगलूरु के अध्यक्ष अशोक नागोरी ने सभी का स्वागत किया तथा महामंत्री महेश नाहर द्वारा जीतो द्वारा आगामी समय में आयोजित होने वाले कार्यों का ब्योरा दिया गया। सेमिनार संयोजक व कोषाध्यक्ष राजेश मेहता ने उज्जवल पाटनी का विस्तृत परिचय दिया। जीतो बेंगलूरु के मीडिया प्रभारी सिद्धार्थ बोहरा ने बताया कि व्यवसाय कि अनभिज्ञ सूक्ष्म जानकारियों को प्राप्त करने सेमिनार में पहुंचे लगभग 500 व्यवसाइयो ने कार्यक्रम को व्यवसायी हितेषी बताया। कार्यक्रम के दौरान पाटनी व प्रायोजक को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर एपेक्स निदेशक प्रवीण बाफऩा व जयचंद बाफऩा, केकेजी ज़ोन अध्यक्ष नरेंद्रसिंह सामर, मुख्य सचिव सुधीर गादियाँ, एपेक्स के पूर्व उपाध्यक्ष प्रकाशचंद सिंघवी, एपेक्स सीएफई अध्यक्ष हिम्मत जैन, युवा विंग से अक्षय मेहता,अंकित जैन, सुनंदा के साथ-साथ जीतो प्रबंधन समिति सदस्यों तथा पूर्व निदेशकों ने भी अपनी भागीदारी निभाई। संचालन हितेश पालरेचा ने किया।