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सभी को आसानी से मिले स्वास्थ्य सेवा : डॉ. बल्लाल

locationबैंगलोरPublished: Jan 28, 2022 01:36:16 pm

Submitted by:

Nikhil Kumar

– कर्नाटक : आम बजट 2022 से उम्मीदें: प्राथमिक स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत करें

सभी को आसानी से मिले स्वास्थ्य सेवा : डॉ. बल्लाल

सभी को आसानी से मिले स्वास्थ्य सेवा : डॉ. बल्लाल

– डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं की जरूरत को इस बात से समझा जा सकता है कि देश में जनसंख्या के अनुपात में चिकित्सकों की भारी कमी है

बेंगलूरु. कोरोना महामारी (corona pandemic and health sector) ने स्वास्थ्य क्षेत्र के सामने जो चुनौतियां रखीं उसे देखते हुए वित्त वर्ष 2022-23 के लिए केंद्रीय बजट (central budget) में स्वास्थ्य क्षेत्र को सर्वाधिक प्राथमिकता मिलनी चाहिए। गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं की कमी को दूर करना होगा। स्वास्थ्य ढांचे को डिजिटल बनाने के लिए विशेष ध्यान देना होगा। यह मौजूदा वक्त की सबसे बड़ी जरूरत है। डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं की जरूरत को इस बात से समझा जा सकता है कि देश में जनसंख्या के अनुपात में चिकित्सकों की भारी कमी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों के अनुसार एक हजार की आबादी पर एक चिकित्सक होना चाहिए। इसमें देश पीछे है। ग्रामीण इलाकों में स्थिति और विकट है।

मणिपाल अस्पताल के अध्यक्ष डॉ. सुदर्शन बल्लाल (Dr. Sudarshan Ballal, President, Manipal Hospital) ने पत्रिका (patrika) के साथ बजट से अपनी उम्मीदों पर चर्चा करते हुए कहा कि स्वास्थ्य देखभाल के लिए आवंटन में वृद्धि हो। प्राथमिक स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत करने पर खर्च करें, जो भारत में स्वास्थ्य देखभाल की रीढ़ है। सार्वजनिक स्वास्थ्य देखभाल, बच्चों में पोषण के अलावा निवारक स्वास्थ्य देखभाल और सभी के लिए कोरोना टीकाकरण के लिए आक्रामक टीकाकरण अभियान चले।

उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में बुनियादी ढांचे और स्वास्थ्यकर्मियों को बेहतर बना कर सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत करने की भी आवश्यकता है। वयस्कों के लिए आइसीयू और विशेष रूप से पीडियाट्रिक देखभाल, पीडियाट्रिक आइसीयू की संख्या बढ़ाने की जरूरत है। सरकार को चाहिए कि सरकारी अस्पतालों में इंटेन्सिव केयर चिकित्सक दल को उचित प्रशिक्षण दे मजबूत करें।

डॉ. बल्लाल ने कहा कि सरकार देश में अधिक नैदानिक प्रयोगशालाओं में निवेश करे, जो वर्तमान महामारी के दौरान एक आवश्यकता थी। विशेष रूप से कम सेवा वाले क्षेत्रों में अधिक मेडिकल कॉलेज स्थापित करे और जिला अस्पतालों को इन कॉलेजों के लिए शिक्षण अस्पताल के रूप में अपग्रेड करे।

उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवा में ग्रामीण-शहरी विभाजन को पाटने के लिए प्रौद्योगिकी में निवेश करें और हमारी सार्वभौमिक स्वास्थ्य योजनाओं का विस्तार करके देश में सभी के लिए स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराएं।

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