मणिपाल अस्पताल के अध्यक्ष डॉ. सुदर्शन बल्लाल (Dr. Sudarshan Ballal, President, Manipal Hospital) ने पत्रिका (patrika) के साथ बजट से अपनी उम्मीदों पर चर्चा करते हुए कहा कि स्वास्थ्य देखभाल के लिए आवंटन में वृद्धि हो। प्राथमिक स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत करने पर खर्च करें, जो भारत में स्वास्थ्य देखभाल की रीढ़ है। सार्वजनिक स्वास्थ्य देखभाल, बच्चों में पोषण के अलावा निवारक स्वास्थ्य देखभाल और सभी के लिए कोरोना टीकाकरण के लिए आक्रामक टीकाकरण अभियान चले।
उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में बुनियादी ढांचे और स्वास्थ्यकर्मियों को बेहतर बना कर सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत करने की भी आवश्यकता है। वयस्कों के लिए आइसीयू और विशेष रूप से पीडियाट्रिक देखभाल, पीडियाट्रिक आइसीयू की संख्या बढ़ाने की जरूरत है। सरकार को चाहिए कि सरकारी अस्पतालों में इंटेन्सिव केयर चिकित्सक दल को उचित प्रशिक्षण दे मजबूत करें।
डॉ. बल्लाल ने कहा कि सरकार देश में अधिक नैदानिक प्रयोगशालाओं में निवेश करे, जो वर्तमान महामारी के दौरान एक आवश्यकता थी। विशेष रूप से कम सेवा वाले क्षेत्रों में अधिक मेडिकल कॉलेज स्थापित करे और जिला अस्पतालों को इन कॉलेजों के लिए शिक्षण अस्पताल के रूप में अपग्रेड करे।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवा में ग्रामीण-शहरी विभाजन को पाटने के लिए प्रौद्योगिकी में निवेश करें और हमारी सार्वभौमिक स्वास्थ्य योजनाओं का विस्तार करके देश में सभी के लिए स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराएं।