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मधुमेह की चपेट में हृदय

locationबैंगलोरPublished: Nov 13, 2019 08:19:44 pm

Submitted by:

Nikhil Kumar

एक दशक पहले हृदय के करीब 40 फीसदी मरीज मधुमेह से भी पीडि़त होते थे, अब यह दर करीब 55 फीसदी हैं। मधुमेह दिल की बीमारियों का बड़ा कारण है। हर वर्ग, ***** और उम्र के लोग इसकी चपेट में हैं। मधुमेह के साथ उच्च रक्तचाप, मांसाहार और हाई कोलेस्ट्रॉल हृदय के लिए खतरनाक हैं। मधुमेह का मरीज जिसे उच्च रक्तचाप भी है, अगर धूम्रपान करता है तो उसे दिल के दौरे की संभावना 15 गुना अधिक होती है।

मधुमेह की चपेट में हृदय

मधुमेह की चपेट में हृदय

 

 

 

-विश्व मधुमेह दिवस विशेष
-दिल के 55 फीसदी मरीज डायबिटीज के शिकार

बेंगलूरु.

मधुमेह (Diabetes) के मरीजों के साथ इनके दिल (heart) की बीमारियों के चपेट में आने का दायरा भी चिंताजनक रूप से बढ़ा है। विशेषकर गत एक दशक में ऐसे मरीजों में करीब 15 फीसदी वृद्धि हुई है। ऐसे में लोगों को सतर्कता बरतने की जरूरत है।

जयदेव इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोवैस्क्यूलर साइंसेस एंड रिसर्च ने गत माह 175 मरीजों के हृदय की एंजियोप्लास्टी (Angioplasty) की। आंकड़ों पर नजर डालें तो इनमें से आधे से ज्यादा मरीजों को मधुमेह था।

इंस्टीट्यूट के निदेशक डॉ. सीएन मंजूनाथ ने बताया कि करीब एक दशक पहले हृदय के करीब 40 फीसदी मरीज मधुमेह से भी पीडि़त होते थे, अब यह दर करीब 55 फीसदी हैं। मधुमेह दिल की बीमारियों का बड़ा कारण है। हर वर्ग और उम्र के लोग इसकी चपेट में हैं। मधुमेह के साथ उच्च रक्तचाप, मांसाहार और हाई कोलेस्ट्रॉल (High Cholestrol)हृदय के लिए खतरनाक हैं। मधुमेह का मरीज जिसे उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure) भी है, अगर धूम्रपान करता है तो उसे दिल के दौरे की संभावना 15 गुना अधिक होती है।

सांस फूलने की शिकायत पर लें विशेषज्ञ की सलाह

डॉ. मंजूनाथ ने बताया कि 175 मरीजों में 25 फीसदी महिलाएं थीं। 175 मरीजों में से 60 फीसदी को उच्च रक्तचाप और 40 फीसदी को हाई कोलेस्ट्रॉल की शिकायत थी। जबकि 65 फीसदी मरीज मांसाहारी थे। ज्यादातर मरीज किसान, श्रमिक, ऑटो चालक या वेंडर थे। युवाओं से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक के लोग मधुमेह और हृदय रोग से जूझ रहे हैं। मधुमेह के मरीजों को सांस फूलने की शिकायत हो तो हृदय रोग विशेषज्ञ की सलाह लें।

मधुमेह के मरीज हृदय रोग पर बरतें सतर्कता

विक्टोरिया सरकारी अस्पताल के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. जगदीश बताते हैं कि मधुमेह के मरीजों को आम लोगों की तुलना में दिल के रोग की आशंका तीन से पांच गुना ज्यादा रहती है। ऐसे मरीजों की तादाद लगातार बढ़ रही है। मधुमेह देश में तेजी से महामारी का रूप ले रहा है। मधुमेह और हृदय की बीमारियों में सीधा संबंध है। इंसुलिन (Insulin) नहीं बनने की वजह से रक्त में मौजूद अत्याधिक शुगर, मधुमेह और आगे चलकर दिल की बीमारियों के शुरुआत का कारण बनती है।

– मधुमेह से उच्च रक्तचाप की समस्या बढ़ती है। कोलेस्ट्रॉल भी बढऩे लगता है। रक्त कोशिकाओं में वसा की मात्रा ज्यादा हो जाती है। वसा के थक्के, रक्त शिराओं को कठोर और उनके रास्ते को संकरा बना देते हैं। रक्त शिराओं में वसा की मात्रा बढऩे पर दिन का दौरा पड़ता है।
– शरीर में ग्लूकोज की मात्रा बढऩे से हार्मोनल बदलाव होता है और कोशिशएं क्षतिग्रस्त होती हैं, जिससे रक्त नलिकाएं और नसें दोनों प्रभावित होती हैं। इससे धमनी में रुकावट आ सकती है या हार्ट अटैक हो सकता है। स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।

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