पुलिस एक अन्य आरोपी चन्द्रमौली को तलाश कर रही है। राधा रवि और चन्द्रमौली एक ही कंपनी में काम करते थे। लाकडाउन के कारण कंपनी बन्द होने पर दोनों बेकार हो गए। उन्होंने नौकरी तलाशने के बजाए मादक पदार्थ बेच कर धन कमाने की योजना बनाई। इस कारण दोनों आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टणम गए और वहांं एक शख्स सोमेश से संपर्क किया।
उसके माध्यम से गांजा लाकर इसे तमिलनाडु के नेरलागिरि गांव के एक खेत के पंप हाउस में रखा था। दोनों ने बन्नेरघट्टा रोड, होसूर रोड, इलेक्ट्रानिक सिटी, सूर्या नगर, अत्तिबेले, आनेकल और अन्य शहरों में गांजा बेचा था।