कोडुगू जिले के कई गांव मूलभूत सुविधाओं से वंचित : वीणा
बेंगलूरु. विधान सभा तथा विधान परिषद में कोडग़ु जिले के केवल 4 जनप्रतिनिधि होने से जिले के साथ न्याय नहीं हो रहा है। आज भी राज्य के इस सबसे छोटे जिले के सैकड़ों गांव बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं। कांग्रेस की सदस्य वीणा अच्चय्या ने बुधवार को विधान परिषद में राज्यपाल के भाषण पर बहस के दौरान यह बात कही।
उन्होंने कहा कि कोडगु जिले के निवासी वर्ष में सात माह बारिश का सामना करते हैं। यहां के किसान प्राकृतिक आपदाओं के साथ-साथ वन्य जीवों के हमले तथा फसलों को नुकसान से जूझ रहे हैं। जंगली हाथियों के हमले में इस वर्ष अभी तक 20 लोगों की मौत हो गई है। जंगली हाथी धान तथा कॉफी की फसल तहस-नहस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बताया जा रहा है कि सरकार की किसान ऋणमाफी योजना में कॉफी उत्पादक किसानों को शामिल नहीं किया जा रहा है। ऐसा करना कॉफी उत्पादक किसानों के साथ अन्याय होगा। इस योजना में कॉफी उत्पादक किसानों को भी शामिल किया जाना चाहिए। इस पर भाजपा की सदस्य तेजस्विनी रमेश ने कोडग़ु जिले की समस्याओं पर बहस के लिए आधे घंटे की बहस की मांग रखी।
बेंगलूरु. विधान सभा तथा विधान परिषद में कोडग़ु जिले के केवल 4 जनप्रतिनिधि होने से जिले के साथ न्याय नहीं हो रहा है। आज भी राज्य के इस सबसे छोटे जिले के सैकड़ों गांव बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं। कांग्रेस की सदस्य वीणा अच्चय्या ने बुधवार को विधान परिषद में राज्यपाल के भाषण पर बहस के दौरान यह बात कही।
उन्होंने कहा कि कोडगु जिले के निवासी वर्ष में सात माह बारिश का सामना करते हैं। यहां के किसान प्राकृतिक आपदाओं के साथ-साथ वन्य जीवों के हमले तथा फसलों को नुकसान से जूझ रहे हैं। जंगली हाथियों के हमले में इस वर्ष अभी तक 20 लोगों की मौत हो गई है। जंगली हाथी धान तथा कॉफी की फसल तहस-नहस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बताया जा रहा है कि सरकार की किसान ऋणमाफी योजना में कॉफी उत्पादक किसानों को शामिल नहीं किया जा रहा है। ऐसा करना कॉफी उत्पादक किसानों के साथ अन्याय होगा। इस योजना में कॉफी उत्पादक किसानों को भी शामिल किया जाना चाहिए। इस पर भाजपा की सदस्य तेजस्विनी रमेश ने कोडग़ु जिले की समस्याओं पर बहस के लिए आधे घंटे की बहस की मांग रखी।