चिकित्सकों की एक टीम निखिल पर नजर रखे हुए है। निखिल आराम से बातें कर रहा है। घटना स्थल का भी मुआयना किया गया। वहां गत 50 साल से ही बिजली के टॉवर और हाई टेंशन लाइन की तारें हैं। कई लोगो ने घर बना लिए हैं। तारों के नीचे ही मकान और भवन हैं। कर्नाटक ऊर्जा संप्रेषण निगम लिमिटेड (केपीटीसीएल) ने कई साल पहले ही नागरिकों को बिजली की तारों से बीस फीट दूरी पर मकान को निर्मित करने की हिदायत दी थी। फिर भी नागरिकों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। उप मुख्यमंत्री और शहरी विकास मंंत्री की अध्यक्षता में बेसकॉम और केपीटीसीएल के वरिष्ठ अधिकारियों की एक बैठक में इस तरह की घटनाओं की रोकथाम के लिए एहतियाती कदम उठाने पर एक कार्यक्रम बनाया जाएगा। निखिल आठवीं कक्षा का छात्र है और यलहंका के एक निजी हाई स्कूल का छात्र है।