चिकित्सकों के अनुसार छुट्टियों या त्योहार के दौरान शराब, Junk Food और नमक वाले व्यंजनों के जरूरत से ज्यादा या एकाएक सेवन से हृदय की कार्य प्रणाली प्रभावित होती है। रक्तचाप बढ़ जाता है। कई बार एकाएक हार्ट अटैक की संभावना भी रहती है। लंबी अवधि में हालिडे हार्ट सिंड्रोम (छुट्टियों के दौरान होने वाली हृदय की गंभीर समस्याओं की स्थित) हृदय को फेल कर सकता है। Stroke सहित गंभीर दिल की बीमारियों का कारण बन सकता है।
आराम करने पर भी सांस लेने में दिक्कत हो तो…
हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. कपिल कुमावत ने बताया कि हालिडे हार्ट सिंड्रोम को सैटरडे नाइट सिंड्रोम (Saturday Night Syndrome) भी कहते हैं। जंक फूड या alcohol आदि के सेवन के बाद दिल की धड़कन का अचानक तेज होना, अधिक थकान महसूस होना, बेहोशी या चक्कर आना, सीने में दर्द, दबाव या बेचैनी सहित आराम करने पर भी सांस लेने में दिक्कत हालिडे हार्ट सिंड्रोम के लक्षण हो सकते हैं। स्ट्रोक की संभावना atrial fibrillation से हृदय के ऊपरी कक्षों में रक्त का थक्का बन सकता है। इसके मस्तिष्क में जाने से स्ट्रोक की संभावना रहती है। निमोनिया या थ्रोम्बोएम्बोलिज्म (pneumonia or thromboembolism) परेशान कर सकता है। बुजुर्गों, मधुमेह और हृदय (heart) के मरीजों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। प्रोसेस्ड और पैकेज्ड फूड से भी बचना चाहिए। त्योहारों-उत्सवों के दौरान खान-पान को लेकर विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है।
एंजाइम हो जाते हैं भ्रमित
Binge drinking (कम अवधि में बार-बार शराब का सेवन) युवाओं और पेशेवरों में ज्यादा देखी गई है। हृदय के साथ यह यकृत को भी नुकसान पहुंचा सकता है। जब अधिक मात्रा में शराब यकृत में पहुंचता है तो इसके एंजाइम भ्रमित हो जाते हैं। एकाएक यकृत फेल हो सकता है। कई लोगों को लगता है कि वे सप्ताहांत पर पीते हैं। लेकिन, ऐसे लोग सबसे ज्यादा बिंज ड्रिंकिंग के शिकार होते हैं। प्रभावितों में युवाओं की संख्या अधिक है।
– डॉ. सोनल अस्थाना, यकृत रोग विशेषज्ञ व सर्जन