बैंगलोर

सत्कार ही सफलता का सार-आचार्य देवेन्द्रसागर

धर्मसभा का आयोजन

बैंगलोरJan 18, 2022 / 07:53 am

Yogesh Sharma

सत्कार ही सफलता का सार-आचार्य देवेन्द्रसागर

बेंगलूरु. जयनगर के राजस्थान जैन मूर्तिपूजक संघ में विराजित आचार्य देवेंद्रसागर सूरी ने कहा कि मनुष्य के सत्कार्य ही उसके जीवन की सफलता के सार होते हैं। मानव के चरित्र में अनेक विकृतियां स्वयंकृत अथवा समाज के प्रदूषण से उत्पन्न होती है। मानव यदि विकृतियों से बचा रहता है तभी वह सफलता एवं सुख का अनुभव कर पाएगा। व्यक्ति की किसी भी वस्तु के प्रति आसक्ति उस वस्तु को प्राप्त करने की लालसा उत्पन्न करती है और वह क्रियाशील हो जाता है। मनुष्य का आत्मसंयमित होना आवश्यक है अन्यथा उसे अनेक बुराइयां दबा लेंगी और वह असफलता के दलदल में धंस जाएगा। यदि संयम के साथ क्रियाशील रहेगा तो आत्मविश्वास सबल रहेगा और उत्साह के साथ अपने कर्म में सफलता प्राप्त कर सकेगा। उत्साह जहां संयमशीलता से किए कर्म के साथ होता है। वहीं इसके विपरीत उत्तेजना होती है। उत्तेजना में उत्साह जैसा जोश तो होता है, पर वह क्षणिक उद्वेग पर आधारित होता है। उत्साह सकारात्मक होने के कारण कार्य के प्रति आशा का संचार करता है, जबकि उत्तेजना पैदा होने पर नकारात्मक वृत्तियां बढऩे लगती है और कार्य की असफलता की ओर बढ़त होने लगती है। उत्साह कार्मिक क्षमता का विकास होता है, जबकि नकारात्मक सोच क्रोध को जन्म देती है। हमारे मन एवं उसकी वृत्तियों का शरीर बुद्धि व आत्मा पर प्रभाव पड़ता है। क्रोध का मूल है इच्छापूर्ति में अवरोध होना। जहां क्रोध आया वहीं विवेक नष्ट हुआ।
सूने मकान से जेवरात व नकदी चोरी
मंड्या. शहर में मरिगौडा कॉलोनी के प्रथम क्रॉस में एक मकान में चोरी हो गई। मंड्या पश्चिमी ग्रामीण थाना पुलिस के अनुसार मकान मालिक सुरेश व उसकी पत्नी उमा बीते बेंगलूरु में बेटी से मिलने गए थे। पीछे से चोरों ने अलमारी में रखे सोने के आभूषण व एक लाख रुपए नकद चोरी कर लिए। सोमवार सुबह घर पर आने पर चोरी का पता चला। सूचना के बाद मौके पहुंची पुलिस ने मौके का मुआयना कर चोरी का मामला दर्ज किया। जिला पुलिस अधीक्षक यतीश ने भी मौके का मुआयना किया।

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