सोमवार को सदन में अगर विश्वासमत पर मतदान होता है तो गठबंधन सरकार को बचाने के लिए असंतुष्ट विधायकों का इस प्रस्ताव के पक्ष में मतदान अनिवार्य है। सूत्रों का कहना है कि असंतुष्ट खेमे में शामिल कई विधायकों के रामलिंगा रेड्डी का निकटवर्ती होने के कारण रेड्डी के माध्यम से ऐसे विधायकों को मनाने का प्रयास किया जा रहा है।
अंतिम क्षणों में असंतुष्ट विधायकों का समर्थन ही सरकार को बचा सकता है। लिहाजा सरकार को बचाने के लिए इस विकल्प को टटोला जा रहा है।
हालांकि सूत्रों के अनुसार रेड्डी या सत्तारुढ़ दल के किसी नेता का असंतुष्ट विधायकों से संपर्क नहीं हो रहा है। ऐसे में इन विधायकों को मनाना कांग्रेस तथा जद-एस के नेताओं के लिए टेढ़ी खीर बनी है।
अंतिम क्षणों में असंतुष्ट विधायकों का समर्थन ही सरकार को बचा सकता है। लिहाजा सरकार को बचाने के लिए इस विकल्प को टटोला जा रहा है।
हालांकि सूत्रों के अनुसार रेड्डी या सत्तारुढ़ दल के किसी नेता का असंतुष्ट विधायकों से संपर्क नहीं हो रहा है। ऐसे में इन विधायकों को मनाना कांग्रेस तथा जद-एस के नेताओं के लिए टेढ़ी खीर बनी है।
रामलिंगा रेड्डी से अंतिम आस
इस्तीफा देने वाले विधायकों में चार बेंगलूरु से हैं जबकि एमबीटी नागराज भी निकटवर्ती होसकोटे से हैं। बेंगलूरु में रामलिंगा रेड्डी की मजबूत पकड़ मानी जाती है। ऐसे में कांग्रेस के यशवंतपुर क्षेत्र के विधायक एसटी सोमशेखर, राजराजेश्वरीनगर क्षेत्र के विधायक मुनिरत्ना तथा कृष्णराजपुरा क्षेत्र के विधायक बैरती बसवराज और जद-एस के महालक्ष्मी ले आउट क्षेत्र के विधायक गोपालय्या को मनाने के लिए रामलिंगा रेड्डी का सहारा लिया जा रहा है। वहीं, जद-एस भी प्रदेश इकाई के पूर्व अध्यक्ष एएच विश्वनाथ को छोडक़र केआर पेट के विधायक नारायण गौड़ा की नाराजगी दूर करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।
इस्तीफा देने वाले विधायकों में चार बेंगलूरु से हैं जबकि एमबीटी नागराज भी निकटवर्ती होसकोटे से हैं। बेंगलूरु में रामलिंगा रेड्डी की मजबूत पकड़ मानी जाती है। ऐसे में कांग्रेस के यशवंतपुर क्षेत्र के विधायक एसटी सोमशेखर, राजराजेश्वरीनगर क्षेत्र के विधायक मुनिरत्ना तथा कृष्णराजपुरा क्षेत्र के विधायक बैरती बसवराज और जद-एस के महालक्ष्मी ले आउट क्षेत्र के विधायक गोपालय्या को मनाने के लिए रामलिंगा रेड्डी का सहारा लिया जा रहा है। वहीं, जद-एस भी प्रदेश इकाई के पूर्व अध्यक्ष एएच विश्वनाथ को छोडक़र केआर पेट के विधायक नारायण गौड़ा की नाराजगी दूर करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।