सीमा पर पैदल पहुंच रहें मजदूर परिवारों को रोकने की चुनौती
बैंगलोरPublished: Mar 29, 2020 12:27:58 pm
लॉकडाउन के कारण पडोसी गोवा तथा महाराष्ट्र से पैदल कर्नाटक में आ रहें सैकड़ों मजदूरों को रोकना सीमावर्ती जिलों के प्रशासन के सामने नई चुनौती है।बताया जा रहा है की गोवा से सटे क्षेत्र में ऐसे परिवार घने वनक्षेत्र से गुजरते हुए बेलगावी जिले के खानापुर तहसील की सीमा में पहुंच रहें है।यहां पर स्थित निजली तथा होन्नेहाल गांव के लोगों ने इन लोगों के हालांत देकर उनके आहार पानी की व्यवस्था कर रहें ।
सीमा पर पैदल पहुंच रहें मजदूर परिवारों को रोकने की चुनौती
बेंगलूरु.गोवा के वास्को से पैदल निकले यह लोग दो दिनों के बाद लगभग 100 किलोमीटर की दूरी तय कर खानापुर वनक्षेत्र में पहुंच गए है।जिला प्रशासन के आदेश के तहत खानापुर की पुलिस ऐसे लोगों को वे जहां पर पहुंचे है वही पर रोका जा रहा है। यह मजदूर परिवार बेलगावी जिले के रायबाग, पाच्छापुर, घटप्रभा, चिक्कोडी तहसील से गोवा में मजदूरी के लिए स्थानांतरीत हुए थे।इन मजदूरों के मुताबिक गोवा में कार्यनिरत कन्नड़ भाषी मजदूरों को बस के माध्यम से कर्नाटक की सीमा पर छोडा जा रहा है।महाराष्ट्र के कोल्हापुर, सोलापुर जिलों से भी सैकड़ों मजदूर परिवारों की वापसी के कारण सीमावर्ती बीदर, कलबुर्गी जिले की सीमाओं पर भी लगभग ऐसेही हालांत है। ऐसे मजदूरों को समझाना पुलिस के लिए भारी पड़ रहा है। कर्नाटक की पुलिस की ओर से राज्य की सीमा पर ऐसे मजदूरों रोकने के कारण इन मजदूरों के हालांत बद से बदतर होते जा रहे है। बेलगावी जिला प्रशासन ने महाराष्ट्र के सांगली से पैदल लौटे 20 युवाओं को सीमा पर रोक कर वापस सांगली भेजा है। कोडगु तथा चिकमगलूरु जिले से भी कॉफी प्लांटेशन के सैकड़ों मजदूर पलायन कर रहें है।उल्लेखनीय है कि कर्नाटक के सीमावर्ती बेलगावी जिले के सैकड़ों परिवार गोवा में भवन निर्माण, सड़क निर्माण जैसे क्षेत्रों में रोजगार पाने के लिए पहुंचे है। लॉक डाउन के कारण ऐसे कार्यठप हो जाने से इन मजदूरों के सामने बेरोजगारी का संकट खड़ा है।