एक दिन शिव कुमार ने छोटे भाई शिवराज के साथ कार में वेदामूर्ति का पीछा किया। वेदा मूर्ति और श्वेता होन्नाली में नदी के किनारे बैठे बातें कर रहे थे। तभी शिवकुमार और शिवराज वहां पहुंचे और बेल्ट से वेदामूर्ति का गला घोंट कर हत्या करने के बाद शव को नदी में फेंक दिया।
शिवकुमार पत्नी श्वेता को साथ लेकर गांव पहुंचा। दोनों ने जहर खाकर आत्महत्या करने की योजना बनाई। फिर दंपती ने इरादा बदल कर चन्नगिरि तहसील में राजागोन्डनाहल्ली के कुएं में कूद कर जान देने की योजना बनाई। वहां शिवकुमार ने श्वेता का गला घोंट कर हत्या करने के बाद शव कुएं में फेंक दिया और बेंगलूरु भाग आया। वह टी.दासरहल्ली स्थित अपनी बहन के घर में छिपा था।
होन्नाली और चन्नगिरि पुलिस ने हत्या के मामले दर्ज कर कार्रवाई की और आरोपी शिवकुमार को गिरफ्तार कर लिया। शिवकुमार और श्वेता ने सात साल पहले विवाह किया था। उनके दो बच्चे भी हैं। शिवकुमार कुक्कुवाडा गांंव के सरकारी कन्नड़ प्राथमिक स्कूल में शिक्षक था।