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मैं पिछली बेंच पर बैठता था ताकि शिक्षक सवाल न पूछें : मुख्यमंत्री

कुमारस्वामी ने नेशनल कालेज में पढ़ाई करने के दौरान प्राप्त अनुभव साझा करते हुए कहा कि 1979-80 में वे इस कॉलेज के छात्र थे

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मैं पिछली बेंच पर बैठता था ताकि शिक्षक सवाल न पूछें

बेंगलूरु. कुमारस्वामी ने नेशनल कालेज में पढ़ाई करने के दौरान प्राप्त अनुभव साझा करते हुए कहा कि 1979-80 में वे इस कॉलेज के छात्र थे। नेशनल कालेज के संस्थापक नरसिम्हय्या ने कालेज के निर्माण के लिए कड़ा परिश्रम किया था।

इस कॉलेज परिसर में आने से विशेष खुशी व रोमांच का अनुभव हो रहा है। उन्होंने कहा कि वे पढ़ाई में बहुत कमजोर थे और इस कॉलेज में सीट मिलने से मुझे बहुत खुशी हुई थी। मैं पिछली बेंच पर बैठता था क्योंकि आगे बैठने पर शिक्षक सवाल पूछते थे। हरेक विद्यार्थी में कुछ न कुछ प्रतिभा होती ही है और उनको सदैव आगे बढ़़ता रहना चाहिए। विद्यार्थी जीवन में कमजोर होने के बावजूद अब उनको 20- 20 घंटे पढऩा पड़ता है। इतनी पढ़ाई छात्र जीवन में की होती तो आइएएस अधिकारी बन जाता। पर पढ़ाई नहीं करना भी एक तरह से अच्छा ही रहा।

फुटपाथ व्यापारियों को दिन भर के लिए कर्ज की व्यवस्था
मुख्यमंत्री ने कहा कि हाथ ठेले चलाने वाले व फुटपाथ पर सामान बेचकर गुजारा करने वाले व्यापारियों को महंगी ब्याज दरों वाले कर्ज से मुक्ति दिलाने के लिए मोबाइल (चलित) बैंकिंग व्यवस्था लागू की जाएगी। इससे मुक्ति दिलाने के लिए हमने दिन भर के लिए ऋण सेवा शुरू करने का वादा किया है। इस वादे के मुताबिक प्रत्येक हाथ ठेला व्यापारी व फुटपाथ व्यापारी अपना आधार कार्ड दिखाकर सुबह कर्ज ले सकेंगे और शाम को उसे चुकता कर सकें, ऐसी व्यवस्था लागू की जाएगी।

सीएम ने कहा कि लड़कियों के पहली कक्षा से लेकर डिग्री तक की शिक्षा मुफ्त दी जाएगी। अस्पतालों में गरीबों को वाजिब दाम पर इलाज सुलभ करवाने के कदम उठाए जाएंगे। 60 साल से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को मासिक 6 हजार रुपए की पेंशन समेत चुनाव से पहले किए गए वादों पर अमल करने के लिए कार्यक्रम बनाएंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में शिक्षकों के 23 हजार पद रिक्त हैं। सरकारी स्कूलों को भी गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा देने के लिए निजी स्कूलों के समकक्ष बनाया जाएगा। कुमारस्वामी ने कहा कि उनके सत्ता संभालने के बाद बेंगलूरु विकास प्राधिकरण की तरफ से खरीदी पर रोक लगाई गई है।
इसी तरह सरकारी कार्यालयों के नवीकरण पर रोक लगाई गई है और बहुत जरूरी होने पर केवल 5 लाख रुपए तक का मरम्मत कार्य ही करवाने को कहा गया है। वे चाहते हैं कि सरकार के एक-एक पैसे का सदुपयोग हो और फिजूलखर्ची बिल्कुल नहीं हो। राज्य में कौशल विकास विश्वविद्यालय खोलने का प्रस्ताव है और 50 लाख युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाने की योजना बनाई जाएगी। जिससे राज्य की जनता खुशहाल जीवन जी सके।