जूुन-2018 में राज्य में कांग्रेस और जद-एस की गठबंधन सरकार बनी थीद्ध सरकार गठन के तुरंत बाद ही कुमारस्वामी सरकार ने 5 जुलाई को पेट्रोल और डीजल पर अतिरिक्त सेस लगाया था जिस कारण राज्य में इनकी कीमतें और ज्यादा बढ गई थी और जनता को महंगाई का रिटर्न गिफ्ट मिला था। अब देश में पेट्रोलियम उत्पादों की कीमत के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच जाने के बाद आम जनता और विशेषज्ञों का मानना है कि अगर दोनों सरकारें टैक्स में छूट दें तो इससे जनता को बड़ी राहत मिलेगी और लोगों को प्रति लीटर पर 10 रुपए तक कम भुगतान करना होगा। हालांकि कर्नाटक सरकार ने अब तक इस पर कोई निर्णय नहीं लिया है जबकि केन्द्र सरकार की फिलहाल टैक्स में रियायत देने की कोई मंशा नहीं दिख रही है।