बेंगलूरु. IMA Company के धोखाधड़ी मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (SIT) ने बेंगलूरु उत्तर संभाग के राजस्व विभाग के सहायक आयुक्त एल.सी.नागराज को गिरफ्तार कर पूछताछ की और बयान रिकार्ड किए।
आइएमए धोखाधड़ी मामला सामने आने से पहले ही नागराज ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के निर्देेश पर कंपनी की संपत्ति जब्त करने से संबंधित सार्वजनिक Notice जारी किया था। हालांकि नोटिस जारी होने के बाद भी IMA के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई।
वर्ष 2016 और 2019 में दो बार कंपनी के वित्तीय कारोबार पर संदेह व्यक्त करते हुए
rbi ने कंपनी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए
Chief Secretary को निर्देश दिए थे। मुख्य सचिव के आदेश पर के.पी.आई.डी. कानून के तहत मामला दर्ज कर जांच कराई गई। नागराज को जांच की जिम्मेदारी दी गई थी।
आरोप है कि नागराज ने Investors से बयान लिए बगैर ही मामले को निपटा कर कंपनी को clean chit देने का प्रयास किया था। नागराज ने
government को पेश की गई अपनी
report में खुलासा किया था कि जांच के समय निवेशकों ने कोई सहयोग नहीं किया। नागराज पर मंसूर खान से 4.5 करोड़ रुपए लेकर उसके पक्ष में रिपोर्ट तैयार करने का आरोप है। एसआइटी ने उसी आधार पर नागराज को गिरफ्तार किया है।