डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को याद करते हुए उन्होंने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति के उनके विद्यार्थियों के साथ प्रेरक संबंध और सम्मान उनकी महानता को उजागर करते हैं। आने वाली कई पीढिय़ों के लिए वे आदर्श हैं। शिक्षक बच्चों का भविष्य संवारने में बहुत बड़ी भूमिका निभाते हैं। शिक्षा के साथ बच्चों को अच्छा इनसान बनाना भी शिक्षकों की ही जिम्मेदारी है।
कोरोना नियंत्रण में आरजीयूएचएस के शिक्षकों व विद्यार्थियों की भूमिका को अहम बताते हुए उन्होंने कहा की प्रदेश सरकार ने एनपीएस योजना की मांग मानी जिससे प्रदेश के 6000 से ज्यादा शिक्षक लाभान्वित होंगे। पीजी विद्यार्थियों व रेजीडेंट चिकित्सकों को अब 40 फीसदी ज्यादा वृत्तिका मिल रही है। आर्थिक संकट के बावजूद प्रदेश सरकार चिकित्सक बिरादरी की मांगों और जरूरतों को नजरअंदाज नहीं किया है।
डॉ. सुधाकर ने इस अवसर पर 11 शिक्षकों को सम्मानित किया।