दरअसल 12वीं, जेइइ मेन और नीट सहित अन्य प्रोफेशनल्स पाठ्यक्रमों की परीक्षाओं को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में रविवार को उच्च स्तरीय बैठक हुई। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक सहित सभी राज्यों के शिक्षा मंत्री भी बैठक में शामिल हुए।
बैठक में शामिल सुरेश कुमार ने भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड और कई राज्य 12वीं की परीक्षा के आयोजन के पक्ष में हैं। कोरोना की पहली लहर के साए में कर्नाटक 10वीं की परीक्षा कराने में सफल रहा। बीते वर्ष का अनुभव इस वर्ष काम आएगा।
उन्होंने कहा कि बच्चों के भविष्य, अभिभावकों की चिंताओं, केंद्र सरकार की सिफारिशों व तैयारियों को ध्यान में रखते हुए परीक्षा के आयोजन पर जल्द निर्णय लेंगे। ऐसा करते समय बच्चों के हितों को ध्यान में रखेंगे।
उन्होंने कहा कि परीक्षा प्रक्रिया को साधारण बनाने की जरूरत है। परीक्षाएं होने में करीब 45 दिन लगेंगे। प्रश्न पत्र तैयार हैं। परीक्षा के सफल आयोजन के लिए परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ाई जा सकती है। जुलाई में परीक्षाएं आयोजित होती हैं तो अगस्त में परिणाम घोषित करना संभव है। नीट, जेइइ और सीइटी आदि परीक्षाएं अगस्त में आयोजित की जा सकती हैं।