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OMG! स्मैक पीने की उठती थी तलब तो चुरा लेते थे बाइक स्टॉफ से लेकर भवन तक की कमी चिकित्सालय में स्टॉफ से लेकर पर्याप्त भवन नहीं होने से यहां इलाज के लिए आने वाले रोगियों को काफी परेशान होना पड़ता है। सही व्यवस्था नहीं मिलने से रोगियों को बूंदी व कोटा जाना पड़ता है अस्पताल में महिला चिकित्सक भी नहीं है। वहीं चिकित्सको के छह पद होने पर भी अस्पताल में सिर्फ तीन चिकित्सक ही कार्यरत हैं। अस्पताल में वार्ड, आपरेशन थियेटर की कमी है। राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, देई के चिकित्सा प्रभारी एलपी नागर ने कहा कि अस्पताल में तीस बेड हैं, जबकि पचास की आवश्यकता है वही सीएचसी के हिसाब से नक्शे में ओपीडी का ब्लॉक बना हुआ है। वार्ड व ऑपरेशन थियेटर की कमी है। चिकित्सकों के साथ पर्याप्त स्टॉफ की कमी है, जिससे उच्च स्तर पर अवगत करवा रखा है।