उन्होंने बताया कि पालिका के जरिए 1,225 जगहों पर अतिक्रमण हटाया गया और 728 जगहों पर अतिक्रमण हटाना है। फरवरी 2017 के बाद अतिक्रमण कार्य स्थगित किया गया था। लंबित अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया गया है। गत माह से 10 से अधिक सर्वेक्षण अधिकारी 728 जगहों में 434 जगहों का सर्वेक्षण कर पालिका को अग्रिम रिपोर्ट दी है। इन जगहों पर हुए अतिक्रमण हटाया जाएगा।
बकाया जगहों का सर्वेक्षण का कार्य शीघ्र आरंभ होगा। पालिका ने भूमि दस्तावेज विभाग को शीघ्र अतिक्रमण से संबंधित विस्तृत रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया है। दस दिन में विस्तृत रिपोर्ट उपलब्ध होगी और आयुक्त एन. मंजुनाथ प्रसाद और अन्य अधिकारियों से चर्चा कर अतिक्रमण हटाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पालिका के पास पहले से नालों पर हुए अतिक्रमण से संबंधित सभी विवरण थे लेकिन अब कोई भी विवरण नहीं है। इसलिए ड्रोन से सर्वेक्षण कराया गया। इसके अलावा निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों के छात्रों से भी समीक्षा कराई गई। इस सिलसिले मेंं पांच अधिकारियों को निलंबित किया गया। उन्होंने कहा कि गत 6 अक्टूबर 2016 से 18 फरवरी 2017 तक अतिक्रमण हटाकर करीब 600 करोड़ रुपए की 11.5 एकड़ भूमि कब्जे में ली गई। अब फिर से अतिक्रमण हटाने से 500 करोड़ रुपए से भी अधिक की भूमि कब्जे में ली जाएगी।