scriptचक्रवात तौकते से निपटने के लिए दपरे अलर्ट मोड में | In the Alert mode to deal with cyclone forces | Patrika News

चक्रवात तौकते से निपटने के लिए दपरे अलर्ट मोड में

locationबैंगलोरPublished: May 16, 2021 06:16:49 pm

Submitted by:

Yogesh Sharma

पांच ट्रेन का परिचालन रोका

Reservations corona infection are happening more than cancellation

Corona stopped many train journeys

बेंगलूरु. दक्षिण पश्चिम रेलवे ने चक्रवात तौकते से निपटने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां कर ली हैं। दपरे के तटीय क्षेत्र में भारी वर्षा हो सकती है। दपरे के महाप्रबंधक गजानन माल्या ने सभी विभागाध्यक्षों को जान-माल की क्षति रोकने के लिए उपाय करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों को सुरक्षा निर्देश दोहराने के निर्देश दिए हैं ताकि सुरक्षित ट्रेन संचालन कायम रखा जा सके। पांच ट्रेनों का परिचालन सोमवार से रोका गया है। इनमें ट्रेन संख्या ०७३४२ कुलेम-वास्को डी गामा, ट्रेन संख्या ०७३४३ वास्को डी गामा-कुलेम, ट्रेन संख्या ०७३४४ कुलेम-वास्को डी गामा, ट्रेन संख्या ०७३४० वास्को डी गामा-यशवंतपुर व ट्रेन संख्या ०७३३९-यशवंतपुर-वास्को डी गामा एक्सप्रेस शामिल हैं।
दक्षिण पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी अनिश हेगड़े ने बताया कि दपरे मुख्यालय में आपदा नियंत्रण प्रकोष्ठ को सक्रिय कर दिया गया है और विभिन्न विभागों के अधिकारियों की एक विशेष टीम गठित की है जो इस प्रकोष्ठ को संचालित कर रही है और 24 घंटे के आधार पर स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रही है। आईएमडी से जारी मौसम बुलेटिनों की निगरानी की जा रही है और स्टेशन मास्टरों, ट्रैकमेन, इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल और सिग्नल/टेलीकॉम रखरखाव कर्मचारियों को सतर्क करने के लिए स्टेशनों को समय पर मौसम की चेतावनी प्रसारित की जाती है। चक्रवात तौकते के कारण भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका में आपदा प्रबंधन नियमावली के अनुसार सभी अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों को सतर्क और संवेदनशील बनाया गया है।
हुब्बल्ली मंडल में दिन और रात दोनों समय मानसून गश्त को तटीय और घाट खंड (वास्को डी गामा, कुलेम – कैसल रॉक) में मानदंडों के अनुसार बढ़ा दिया गया है। स्टेशनों पर पुरुषों को भी तैनात किया गयाा है ताकि वे स्थानों पर पेड़ गिरने/मिट्टी/पत्थर गिरने में शामिल हों और ट्रैक को तुरंत साफ कर सकें।
हेगड़े ने बताया कि दपरे के अधिकार क्षेत्र में, सभी पुलों और अतिसंवेदनशील स्थानों पर इंजीनियरिंग विभाग द्वारा काम किया जा रहा है और लगातार गश्त की जा रही है। मैसूरु डिवीजन में 33 वैगनों और हुब्बल्ली डिवीजन में 30 वैगनों में बोल्डर, रेत रिजर्व कर रखी है। अर्थ मूविंग इक्विपमेंट (जेसीबी, हिताची) को आपात स्थिति के लिए तैयार रखा गया है। लोंडा स्टेशन पर एक कुल रेक बैलास्ट ट्रेन रखी गई है। विमोचित स्लीपर घाट अनुभागों के विभिन्न स्थानों पर उपलब्ध हैं।
चक्रवात से उत्पन्न तेज हवा के कारण ओएचई विफलताओं/विद्युत तारों/पोलों के टूटने की स्थिति में विद्युत तकनीशियनों की अग्रिम पंक्ति की टीमें भी तैयार की गई हैं और दपरेर जोन के विभिन्न क्षेत्रों में अलर्ट किया है। रेलवे सुरक्षा बल के कर्मचारी, इंजीनियरिंग विभाग के ट्रैकमैन अलर्ट पर हैं और अपने सेक्शन में संवेदनशील स्थानों की निगरानी कर रहे हैं। मौसम की चेतावनी रिपोर्ट और मौजूदा स्थिति के आधार पर जान-माल के नुकसान को रोकने के लिए यदि आवश्यक हुआ तो ट्रेनों को रद्द कर दिया जाएगा। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए राज्य के मौसम विभाग और आसपास के रेलवे क्षेत्रों के साथ निकट संपर्क बनाए रखा जा रहा है।
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