धन के नशे में इन्सान बुढ़ापे को भूल जाता है-साध्वी भव्यगुणाश्री
धर्मसभा का आयोजन
बैंगलोर
Published: July 31, 2022 07:26:08 am
बेंगलूरु. चिंतामणि पाश्र्वनाथ जैन श्वेेताम्बर मूर्तिपूजक संघ महालक्ष्मी लेआउट में विराजित साध्वी भव्यगुणाश्री ने कहा कि जवानी और धन के नशे में इंसान आने वाले बुढ़ापे को भूल जाता है, जिंदगी भर मां बाप की सेवा न करने वाला शख्स उनके स्वर्गवासी होने के पश्चात् मृत्युभोज और स्वामी वात्सल्य करता है। यह दिखावे की, लोक लाज से करने का कुछ भी लाभ होने वाला नही है, सज्जन व साधु-साध्वी जनों की संगत- सानिध्य से हमे जीवन जीने की कला सीखनी चाहिए. किसी कवि ने कितना सटीक कहा है। साध्वी शीतलगुणाश्री ने कहा कि जीवन में यही देखना महत्वपूर्ण नहीं कि कौन हमसे आगे है या कौन पीछे। यह भी देखना चाहिए कि कौन हमारे साथ है, और हम किसके साथ है जुडऩा बड़ी बात नही,जुड़े रहना बड़ी बात है। ज्ञान धन से उत्तम है, क्यूंकि धन की आपको रक्षा करनी होती है, जबकि ज्ञान आपकी रक्षा करता है। नरेश बंबोरी ने बताया कि मंगलवार को श्रावण शुक्ल पंचमी को शौर्यीपुरी के राजा, गिरनार मंडन नेमिनाथ प्रभु का जन्म कल्याणक महोत्सव बडे धूमधाम से मनाया जाएगा। रविवार का उवसग्गहरं अभिषेक कालूमल, मुकेश कुमार धोका परिवार सिकारीपुर वालों की ओर से रखा गया है।

धन के नशे में इन्सान बुढ़ापे को भूल जाता है-साध्वी भव्यगुणाश्री
पत्रिका डेली न्यूज़लेटर
अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें
अगली खबर
