सोमवार को अपने सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में शरत ने कहा कि पूर्व मंत्री एमटीबी नागराज के अब ईंटों के कारखाने संभालने का समय आ गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि नागराज की मानसिक स्थिति सही नहीं है। इसलिए अपनी हार के लिए उनके पिता भाजपा सांसद बीएन बच्चेगौड़ा पर आरोप लगा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वे नागराज का बहुत सम्मान करते हैं मगर अपने और पिता के खिलाफ बयानबाजी बर्दाश्त नहीं करेंगे। यदि नागराज जनप्रतिनिधि रहने के दौरान अच्छा काम करते तो उन्हें हार का सामना नहीं करना पड़ता।
शरत ने कहा कि नागराज ने लालच का शिकार होकर कांग्रेस से बगावत की। वह उप मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं, लेकिन यह कभी साकार नहीं होगा। शरत ने कहा कि फिलहाल में भाजपा में शामिल नहीं होंगे। कांग्रेस या जनता दल-एस से भी कोई न्योता नहीं मिला है। वे अपने समर्थकों को स्थानीय निकाय के चुनाव में सफलता दिलाना चाहते हैं।