बीयू के कुलपति प्रो. के. आर. वेणुगोपाल ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि बौद्ध धर्म के कारण भी भारत और चीन के बीच युगों से गहरा संबंध है। बेंगलूरु को ज्ञान की राजधानी बताते हुए उन्होंने कहा कि सूचना और जैव प्रौद्योगिकी सहित अन्य कंपनियों की यहां कमी नहीं है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि भारत और चीन दुनिया के प्रमुख आर्थिक देश होंगे और सभी पहलुओं में एक दूसरे का सहयोग करेंगे।
बीयू के कुलसचिव प्रो. बी. के. रवि ने कहा कि उच्चतर शिक्षा में भारत और चीन के बीच भाईचारा है। उन्होंने सीकेजीएसबी के प्रो. ली यांग और प्रो. वांग झिचेंग से अपील की कि भविष्य में भी बीयू और सीकेजीएसबी के साथ विचारों का आदान-प्रदान जारी रहे। बहुआयामी दृष्टिकोण और सहयोग जरूरी है।