देश में कोरोना से पहली मौत 10 मार्च को हुई थी। दुबई से लौटे 76 वर्षीय कलबुर्गी निवासी बुजुर्ग (मरीज पी-6) की मौत के दो दिन बाद कोरोना से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। चार दिन बाद 16 मार्च को वृद्ध की 45 वर्षीय बेटी (मरीज पी-7) के संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। अगले दिन वृद्ध का सबसे पहले इलाज करने वाले एक स्थानीय 63 वर्षीय चिकित्सक (मरीज पी-9) के भी संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। देश में कोरोना मरीजों का इलाज करने वाले चिकित्सक के संक्रमित होने का यह पहला मामला था।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक संक्रमण की पुष्टि के बाद कलबुर्गी के अस्पताल में दोनों का इलाज चल रहा था। मरीज पी-7 को स्वस्थ्य होने और तय मानकों के मुताबिक चिकित्सकीय परीक्षण की निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। हालांकि, उसे अभी निगरानी में रखा जाएगा। कलबुर्गी जिले में सिर्फ तीन मरीजों की पुष्टि हुई थी और अब सिर्फ एक मरीज ही अस्पताल में है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक राज्य के विभिन्न अस्पतालों में उपचाराधीन 82 में से 81 मरीजों की स्थिति स्थिर है। एक मरीज को वेंटिलेटर पर रखा गया है