सरकार के स्थिति साफ करने से बेंगलूरु शहरी और ग्रामीण जिलों में स्थित कई उद्योगों ने लॉकडाउन में छूट से राहत की सांस ली है। सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर वे व्यापक छूट के दायरे में आते हैं तो वे अपना परिचालन जारी रख सकते हैं।दरअसल, बेंगलूरु शहरी, ग्रामीण, चिकबल्लापुर, कोलार, रामनगर और तूमकुरु आदि जिलों के उद्योग एक सप्ताह के लॉकडाउन का निर्णय कर चुके थे। यहां के उद्योगों में काम करने वाले अधिकांश कर्मचारी बेंगलूरु शहरी और बेंगलूरु ग्रामीण जिलों से ही पहुंचते हैं।
दोनों जिलों में लॉकडाउन की घोषणा के अनुरूप उद्योगों ने भी निर्णय कर लिया लेकिन, शाम को उद्योग विभाग के प्रधान सचिव गौरव गुप्ता ने परिपत्र जारी कर स्पष्ट किया कि जो कर्मचारी उद्योगों में काम करने के लिए आना-जाना चाहते हैं वे ऐसा कर सकते हैं। बेंगलूरु शहरी, ग्रामीण, रामनगर, तुमकूरु, कोलार व चिकबलापुर जिलों को एक यूनिट के तौर पर माना गया है लिहाजा लॉकडाउन के दौरान इन जिलों की औद्योगिक इकाइयों में काम करने वाले कामगार अपने वैध परिचय पत्र के आधार पर बेंगलूरु से काम पर आ जा सकेंगे। लेकिन, उन्हें अपना पहचान पत्र दिखाना होगा।
इससे पहले सरकार ने आवश्यक सेवाओं से जुड़े उद्योगों को लॉकडाउन से बाहर रखा था। इसके तहत खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों, उर्वरक, दवा बनाने वाली कंपनियों, पैकेजिंग सामग्री, मेडिकल उपकरण आदि के परिचालन को लॉकडाउन से बाहर रखा। सरकार ने स्पष्ट किया है कि जो औद्योगिक इकाइयां औद्योगिक क्षेत्र के भीतर हैं वह भी अपना परिचालन जारी रख सकती हैं।
कर्मचारियों को लाने-ले जाने के लिए उद्योगों को अपनी तरफ से बंदोबश्त करना होगा क्योंकि, बीएमटीसी या केएसआरटीसी की बसों का नियमित परिचालन नहीं होगा।हालांकि, बिड़दी स्थित टाटा मोटर किर्लोस्कर कंपनी बुधवार को नहीं परिचालित हो पाएगी क्योंकि सरकार का स्पष्टीकरण देर शाम आया। कंपनी के एक अधिकारी ने कहा कि कर्मचारियों को लाने- ले जाने के लिए कंपनी अपनी बसों का इस्तेमाल कर सकती है। इस संदर्भ में जल्द ही बैठक कर कंपनी का परिचालन शुरू करने पर निर्णय किया जाएगा।