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नवकार उच्चारण से अनंत शक्ति का सृजन होता है-साध्वी डॉ. सुप्रिया

locationबैंगलोरPublished: Sep 19, 2021 07:53:25 am

Submitted by:

Yogesh Sharma

धर्मसभा का आयोजन

नवकार उच्चारण से अनंत शक्ति का सृजन होता है-साध्वी डॉ. सुप्रिया

नवकार उच्चारण से अनंत शक्ति का सृजन होता है-साध्वी डॉ. सुप्रिया

बेंगलूरु. राजाजीनगर जैन स्थानक में विराजित साध्वी सुमित्रा के सान्निध्य में गुरु आत्म-शुक्ल-शिव जन्मोत्सव के चार दिवसीय कार्यक्रम के तीसरे दिन ‘सह जोड़े जाप अनुष्ठान एवं आयंबिल दिवस मनाया गया।
साध्वी डॉ. सुप्रिया ने कहा कि नवकार महामंत्र सभी मंत्रों में सर्वश्रेष्ठ है। नवकार महामंत्र के स्मरण व चिन्तन मात्र से सर्व कार्य सिद्ध हो जाते हैं, विपदाएं दूर हो जाती हैं, उपद्रवों का नाश हो जाता है, महामारी शांत हो जाती है और अष्टसिद्धी व नवनिधि की प्राप्ति होती है। नवकार महामंत्र में किसी व्यक्ति विशेष की नहीं, गुणों की पूजा होती है। जाप अनुष्ठान आत्म शुद्धि के लिए किया जाता है। इससे जीवन मे विशेष शक्ति प्राप्त होती है। यह अति विशिष्ट महामंत्र है जिसकी महिमा अपरम्पार है। जहां भी यह पावन मंत्र श्रद्धापूर्वक मन की एकाग्रता से उच्चारित किया जाता है वहाँ पवित्रता और शांति का वातावरण बनता है। नवकार जाप अनुष्ठान के उच्चारण से अनंत शक्ति का सृजन होता है। साध्वी सुप्रिया ने आयंबिल तप की विशेषता बताते हुए कहा कि जैन धर्म में आयंबिल तप का विशिष्ट महत्व है आयंबिल तप करने से शरीर स्वस्थ रहता है। रसना इंद्रिय या जीभ के स्वाद को जीतना आयंबिल तप का लक्ष्य होता है। आयंबिल की तपस्या से कर्मो की निर्जरा होती हैं तथा शांति की अनुभूति होती है। साध्वी सुविधि ने स्तवन की प्रस्तुति दी।
नेमीचंद दलाल ने बताया कि गुरु शिव के 80 वें जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में संघ द्वारा कोरमंगला स्थित गोशाला में गायों को लापसी, चारा, रोटियां व घास खिलाकर जीव दया कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुमुक्षु सोनम कोठारी का संघ की ओर से अभिनंदन किया गया। मुमुक्षु सोनम कोठारी की दीक्षा 12 दिसम्बर को मेवाड़ संघ उधना, सूरत में साध्वी अरुणप्रभा के सान्निध्य में होगी। सुरेखा टेबा ने 8 उपवास के प्रत्याख्यान लिए। इस अवसर पर पंजाब से साध्वी प्रियांशी के सांसारिक माता एवं नानी तथा आंबूर, चेन्नई से लक्ष्मीचंद सिंघवी भी उपस्थित हुए। चार दिवसीय गुरु आत्म शुक्ल शिव जन्मोत्सव के चौथे व अंतिम दिवस रविवार को गुरु गुणगान दिवस के रूप में मनाया जाएगा। राजाजीनगर संघ के अध्यक्ष भंवरीलाल चोरडिय़ा ने सभी का आभार व्यक्त किया।
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