उन्होंने कहा कि भारी जोखिम वाले (हाई रिस्क) राज्य से आने वालों को संस्थागत क्वारंटीन, मध्यम तथा कम जोखिम वाले (लो रिस्क) राज्य से लौटने वालों को सीधे होम क्वारंटीन में भेजा जाएगा। प्राथमिक संपर्क मे आए लोगों के स्वैब एकत्रित कर जांच करने के उपरांत होम क्वारंटीन में भेजा जाएगा । प्राथमिकता के आधार पर क्वारंटीन केंद्र तथा होटल मे क्वारंटीन में जो मरीज हैं उनके नमूने (स्वैब) जांच के लिए भेजे जाएंगे ।
जिलाधिकारी ने कोरोना की बढ़ती आशंका को देखते हुए तालुक स्तरीय अस्पताल में 20 बिस्तरों की व्यवस्था करने को कहा। जिला पुलिस अधीक्षक सी़. के. बाबा ने जागरूकता फैलाने की दिशा में आई एम ए तथा निजी अस्पतालों को ठोस कदम उठाने को कहा। सामाजिक अंतर, सैनिटाइजर के उपयोग से संबंधित जागरूकता फैलाने की आवश्यकता पर बल दिया।