अंतरिक्ष अभियानों के साथ इसरो ने डॉलर भी बरसाए
बैंगलोरPublished: Dec 15, 2019 09:05:27 pm
पांच साल में हुई 1245 करोड़ की कमाई
अंतरिक्ष अभियानों के साथ इसरो ने डॉलर भी बरसाए
बेंगलूरु. अंतरिक्ष अभियानों से देश को गौरवान्वित करने वाले भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अपनी क्षमता का उपयोग करते हुए विदेशों से डॉलर भी बरसाए हैं। अगर अंतरिक्ष अभियानों पर भारी-भरकम राशि खर्च हुई है तो इसरो ने सरकार के लिए राजस्व भी अर्जित किए हैं। केंद्र सरकार की ओर से दिए गए आंकड़ों के मुताबिक इसरो ने पिछले पांच वर्षों के दौरान सिर्फ उपग्रहों के प्रक्षेपण से 1245 करोड़ रुपए अर्जित किए हैं। ये उपग्रह 26 विभिन्न देशों के थे जिन्हें वाणिज्यिक करार के तहत इसरो ने लांच किए। इसके अतिरिक्त अंतरिक्ष एजेंसी ने वर्ष 2018-19 के दौरान 91.63 करोड़ रुपए की विदेशी मुद्रा जमा कराने में मदद की। वित्तीय वर्ष 2019 में इसरो को उपग्रहों की लांचिंग से 324.19 करोड़ रुपए की आय हुई जबकि वित्तीय वर्ष 2018 में उसे 232.56 करोड़ रुपए की आय हुई थी। गौरतलब है कि इसरो अध्यक्ष के.शिवन ने कहा था कि पीएसएलवी ने 52.7 टन पे-लोड अंतरिक्ष में स्थापित किए हैं जिनमें से 17 फीसदी विदेशी ग्राहकों के उपग्रहों का भार है। भारत ने पिछले पांच वर्षों के दौरान 10 देशों अमरीका, ब्रिटेन, जर्मनी, जापान, सिंगापुर, नीदरलैंड, कनाडा, मलेशिया, अल्जीरिया और फ्रांस के साथ वाणिज्यिक करार किए हैं। वर्ष 1999 से अभी तक भारत 319 विदेशी उपग्रह लांच कर चुका है।