पार्टी कार्यालय जयप्रकाश नारायण भवन में उन्होंने कहा कि राज्य के जद-एस में रहकर सत्ता का सुख भोगने वाले कई नेता आज इस पार्टी को मिटाने की बातें कर रहे हैं। लेकिन राज्य की जनता तथा पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता ऐसा नहीं होने देंगे। इससे पहले भी जनता दल के कई नेताओं ने पार्टी छोड़ी है लेकिन पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पार्टी का साथ निभाते हुए इस दल का अस्तित्व मिटने नहीं दिया है।
मतदाताओं पर भरोसा उन्होंने कहा कि सिरा तथा आरआर नगर विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव तथा विधान परिषद के चार क्षेत्रों के लिए हो रहे चुनाव में जीत के लिए पार्टी के कार्यकर्ता अथक प्रयास कर रहे हैं। दोनों राष्ट्रीय दल धनबल के आधार पर जीत का दावा कर रहे हैं। चुनाव में धनबल के बढ़ते प्रभाव के कारण मौजूदा स्थिति में छोटे दलों के लिए चुनाव लडऩा संभव नहीं हो रहा है। इसके बावजूद उनकी पार्टी ईमानदारी के साथ चुनाव मैदान में डटकर खड़ी है क्योंकि पार्टी को राज्य के मतदाताओं पर पूरा भरोसा है।
जाति केंद्रित राजनीति नहीं करने का दावा एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जनता दल- एस ने कभी भी जाति पर केंद्रित राजनीति नहीं की है। पार्टी ने हमेशा विकास के मुद्दे पर ही जनादेश मांगा है। ऐसी स्थिति में कथित राष्ट्रीय दलों का केवल जाति पर केंद्रित चुनाव प्रचार दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि बतौर मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री उन्होंने बेंगलूरु शहर के विकास को जो योगदान दिया है, इसे शहर की जनता नहीं भूली है।