scriptजैन शासन की तुलना किसी से नहीं: आचार्य | jain shaasan kee tulana kisee se nahin: aachaary | Patrika News

जैन शासन की तुलना किसी से नहीं: आचार्य

locationबैंगलोरPublished: Jul 17, 2020 10:55:40 pm

मैसूरु में प्रवचन

mysore_01.jpg
मैसूरु. सुमतिनाथ जैन श्वेतांबर मूर्ति पूजक संघ के तत्वावधान में महावीर भवन में चातुर्मास कर रहे आचार्य भव्यदर्शन सूरीश्वर व साध्वी भद्रिकाश्री ने कहा कि संसार के हर एक क्षेत्र में हर एक पहलू से देखा जाए तो सर्वज्ञ केवल ज्ञानी में ही स्थापित हैं।
जैन शासन की तुलना में कोई नहीं आ सकता। बेजोड़ जैन धर्म के मुकाबले में कोई चुनौती नहीं दे सकता, क्योंकि केवल ज्ञान प्राप्ति के पश्चात ही शासन की स्थापना की गई है।

उन्होंने कहा कि केवलज्ञान यानी संपूर्ण ज्ञान, तीनों काल का हर एक पर्याय का ज्ञान, जीव हो या जड़ सबका ज्ञान केवल ज्ञानी को होता है। यही वजह है कि कोई विज्ञानी भी चुनौती नहीं दे सकता। प्रत्येक संशोधन की जड़ जैन आगमों और जैन शास्त्रों से ही है। लेकिन पाप कराने वाले लोगों की बात जैन शास्त्र या जैन साधु नहीं बताते।
कारण आखिरकार पाप ही तो दुख देने वाला होता है। यह बात कभी भूलनी नहीं चाहिए, पुण्य से सब कुछ मिलता है। गुरु वही है जो अज्ञानता के अंधकार से उबारते हैं।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो