वरुणा के लिए अभी इंतजार
भाजपा ने तीसरी सूची में भी मैसूरु जिले की वरुणा सीट से उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। यहां से मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या के बेटे डॉ यतींद्र कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि भाजपा यतींद्र के खिलाफ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येड्डियूरप्पा के छोटे बेटे विजयेंद्र को उतारने की तैयारी कर रही है। अब तक उम्मीदवार घोषित नहीं होने के बावजूद विजयेंद्र क्षेत्र मेंं सघन जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं।
भाजपा ने तीसरी सूची में भी मैसूरु जिले की वरुणा सीट से उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। यहां से मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या के बेटे डॉ यतींद्र कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि भाजपा यतींद्र के खिलाफ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येड्डियूरप्पा के छोटे बेटे विजयेंद्र को उतारने की तैयारी कर रही है। अब तक उम्मीदवार घोषित नहीं होने के बावजूद विजयेंद्र क्षेत्र मेंं सघन जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं।
चामुंडेश्वरी में सिद्धू के खिलाफ गोपाल को उतारा
राजनीतिक हलकों में जनता दल (ध) के साथ गुप्त समझौते की चर्चाओं पर विराम लगाते हुए भाजपा ने मैसूरु जिले की चामुंडेश्वरी से गोपाल राव को उतारा है। यहां से मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। बेटे के लिए वरुणा सीट छोडऩे के बाद सिद्धरामय्या इस बार अपनी पुरानी सीट चामुंडेश्वरी से लौटे हैं। हालांकि, यहां से ही उन्होंने अपना राजनीतिक सफर शुरु किया था और पांच बार विधायक भी रह चुके हैं लेकिन २००८ में नए परिसीमन के बाद वे वरुणा से चुनाव लड़ रहे थे। राजनीतिक हलकों में चर्चा थी कि सिद्धरामय्या की घेराबंदी के लिए भाजपा यहां उम्मीदवार नहीं उतारकर जद (ध) की मदद कर सकती है और उसके बदले वरुणा में जद (ध) विजयेंद्र के खिलाफ उम्मीदवार नहीं उतारेगा। चामुंडेश्वरी से जद (ध) ने मौजूदा विधायक जी टी देवेगौड़ा को उतारा है। सिद्धरामय्या और देवेगौड़ा एक समय मित्र हुआ करते थे।
राजनीतिक हलकों में जनता दल (ध) के साथ गुप्त समझौते की चर्चाओं पर विराम लगाते हुए भाजपा ने मैसूरु जिले की चामुंडेश्वरी से गोपाल राव को उतारा है। यहां से मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। बेटे के लिए वरुणा सीट छोडऩे के बाद सिद्धरामय्या इस बार अपनी पुरानी सीट चामुंडेश्वरी से लौटे हैं। हालांकि, यहां से ही उन्होंने अपना राजनीतिक सफर शुरु किया था और पांच बार विधायक भी रह चुके हैं लेकिन २००८ में नए परिसीमन के बाद वे वरुणा से चुनाव लड़ रहे थे। राजनीतिक हलकों में चर्चा थी कि सिद्धरामय्या की घेराबंदी के लिए भाजपा यहां उम्मीदवार नहीं उतारकर जद (ध) की मदद कर सकती है और उसके बदले वरुणा में जद (ध) विजयेंद्र के खिलाफ उम्मीदवार नहीं उतारेगा। चामुंडेश्वरी से जद (ध) ने मौजूदा विधायक जी टी देवेगौड़ा को उतारा है। सिद्धरामय्या और देवेगौड़ा एक समय मित्र हुआ करते थे।
करुणाकर रेड्डी को हरप्पनहल्ली से टिकट
भाजपा ने पूर्व मंत्री जी करुणाकर रेड्डी को दावणगेेरे जिले के हरप्पनहल्ली से उम्मीदवार बनाया है। रेड्डी वर्ष २००८ में यहां से चुनाव जीत चुके हैं और येड्डियूरप्पा सरकार में अपने छोटे भाई जनार्दन के साथ मंत्री भी रह चुके हैं। करुणाकर बल्लारी से सांसद भी रह चुके हैं।
भाजपा ने पूर्व मंत्री जी करुणाकर रेड्डी को दावणगेेरे जिले के हरप्पनहल्ली से उम्मीदवार बनाया है। रेड्डी वर्ष २००८ में यहां से चुनाव जीत चुके हैं और येड्डियूरप्पा सरकार में अपने छोटे भाई जनार्दन के साथ मंत्री भी रह चुके हैं। करुणाकर बल्लारी से सांसद भी रह चुके हैं।
दोपहर में बदली पार्टी, शाम में टिकट
कांग्रेस से टिकट काटे जाने से नाराज बल्लारी से कांग्रेस के विधायक एन वाई गोपालकृष्णा शुक्रवार दोपहर ही भाजपा में शामिल हुए और शाम मेंं पार्टी ने उन्हें अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया। भाजपा ने गोपालकृष्णा को कुडगिली (जजा) से उम्मीदवार बनाया है।
कांग्रेस से टिकट काटे जाने से नाराज बल्लारी से कांग्रेस के विधायक एन वाई गोपालकृष्णा शुक्रवार दोपहर ही भाजपा में शामिल हुए और शाम मेंं पार्टी ने उन्हें अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया। भाजपा ने गोपालकृष्णा को कुडगिली (जजा) से उम्मीदवार बनाया है।