उन्होंने यहां गुरुवार को पार्टी कार्यालय जयप्रकाश नारायण भवन में कहा कि शुक्रवार को जिला मुख्यालय हासन में विरोध प्रदर्शन के साथ यह अभियान शुरू किया जाएगा। कार्यक्रम में हासन जिले के सभी विधायक तथा कार्यकर्ता भाग लेंगे। उसके पश्चात राज्य के सभी जिला तथा तहसील मु यालयों में विरोध प्रदर्शन करने के पश्चात स्थानीय जिलाधिकारियों को यह संशोधित कानून वापस लेने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा जाएगा। ऐसे विरोध प्रदर्शन में के दौरान सामाजिक अंतर का पालन करने के लिए केवल सांकेतिक रूप में 10-12 कार्यकर्ता ही भाग लेंगे।
उन्होंने कहा की राज्य सरकार ने इन महत्वपूर्ण संशोधनों को बगैर किसी बहस अध्यादेश के जरिए लागू करने का फैसला किया है। यह संशोधन किसान तथा मजदूरों के लिए घातक साबित होंगे।उन्होंने शहर के कावलबैरसंद्र तथा आस-पास के क्षेत्रों में दंगों के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि सांप्रदायिक उन्माद भड़काने वाले लोगों के खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की जानी चाहिए। किसी को भी कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं है। इस मामले में 150 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए सभी लोग अपराधी नहीं हो सकते। इन दंगों के साजिशकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। किसी भी बेकसूर को सजा नहीं होनी चाहिए।इस अवसर पर प्रदेश जनता दल-एस के अध्यक्ष एचके कुमारस्वामी, टीए शरवण तथा जफरुल्ला खान उपस्थित थे।
जनता दल यू की प्रदेश इकाई का पुनर्गठन शीघ्र बेंगलूरु. राज्य जनता दल संयुक्त (यूनाइटेड) के पदाधिकारियों की घोषणा शीघ्र ही की जाएगी पार्टी के राज्य इकाई के अध्यक्ष महिमा पटेल ने यह बात कही। यहां गुरुवार को उन्होंने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ विचार-विमर्श के पश्चात पार्टी के नेताओं को विभिन्न दायित्व सौंपे जाएंगे। साथ में राज्य के सभी जिलों में पार्टी के संगठन को मजबूत बनाने के लिए विशेष कार्ययोजना तैयार की जा रही हंै।