पहले ही हो चुका रेवण्णा के निलंबन का फैसला
कुमारस्वामी ने कहा कि फैसला पहले ही हो चुका था। कल हुब्बल्ली में कोर कमेटी की बैठक में इसकी अनुशंसा की जानी है क्योंकि वह (प्रज्वल) सांसद हैं, इसलिए यह दिल्ली से करना होगा। इसलिए मैंने देवगौड़ा (जद-एस के राष्ट्रीय अध्यक्ष) से अनुरोध किया था। कुमारस्वामी ने दावा किया, न तो उन्हें (देवगौड़ा को) और न ही मुझे इस मुद्दे की जानकारी थी। कुमारस्वामी ने कहा, कुछ मुद्दे सामने आए हैं, उसके आधार पर कल ही उन्हें (प्रज्वल रेवण्णा को) निलंबित करने का निर्णय कर लिया गया था। अब तक प्रज्वल रेवण्णा के खिलाफ कोई सीधा आरोप नहीं है। यदि आरोप सही हैं। तो सजा कानून के अनुसार होनी चाहिए। इससे कोई समझौता नहीं होगा। यदि प्रज्वल रेवण्णा गलत हैं, तो हमारा परिवार उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए तैयार है।
परिवार का नाम घसीटे जाने पर कड़ी आपत्ति जताई
भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी को इस मुद्दे पर निशाना बनाने की कांग्रेस नेताओं की कोशिश के बारे में पूछे जाने पर कुमारस्वामी ने कहा, क्या मोदी प्रज्वल रेवण्णा के प्रचार के लिए आए थे? इस मामले से मोदी का क्या लेना-देना? इससे भाजपा का क्या लेना-देना है? इसे उनके साथ क्यों जोड़ा जाए? देवगौड़ा या कुमारस्वामी का इससे क्या लेना-देना है? कुमारस्वामी ने पूरे विवाद में अपने पिता और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा सहित परिवार के अन्य सदस्यों का नाम घसीटे जाने पर कड़ी आपत्ति जताई।
राज्य सरकार ने किया है विशेष जांच दल का गठन
इस बीच, राज्य सरकार ने एक विशेष जांच दल का गठन किया है और रेवण्णा और प्रज्वल के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी का हवाला दिया गया है। कथित तौर पर प्रज्वल से जुड़े कुछ स्पष्ट वीडियो क्लिप हाल के दिनों में हासन में लगातार प्रसारित हो रहे थे। रेवण्णा ने कहा कि वह अपने बेटे और खुद से जुड़े यौन शोषण के आरोपों की जांच के लिए तैयार हैं और आरोप साबित होने पर वे कानून के अनुसार कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार हैं।
प्रज्वल रेवण्णा के पिता ने लगाया राजनीति होने का आरोप
इस मुद्दे के पीछे राजनीति होने का आरोप लगाते हुए जद-एस के संरक्षक देवगौड़ा के बड़े बेटे ने कहा कि प्रज्वल जब भी कहा जाएगा जांच में शामिल होंगे। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, हम यहां हैं, हम कानूनी रूप से इसका सामना करेंगे। मैं इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया नहीं दूंगा क्योंकि मामला एसआईटी को दिया गया है और उनकी जांच में बाधा नहीं आनी चाहिए। अपने खिलाफ दर्ज एफआईआर पर भी उन्होंने कहा, राजनीति है। मैं कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता। वे (कांग्रेस) सरकार में हैं और वे जो चाहेंगे वही करेंगे।
भाजपा ने मामले से अपना पल्ला झाड़ा
कर्नाटक में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने कहा कि उनकी पार्टी का प्रज्वल के खिलाफ आरोपों से कोई लेना-देना नहीं है और कानून अपना काम करेगा। उन्होंने राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस पर इस मुद्दे पर भाजपा पर निशाना साधते हुए गंदी राजनीति खेलने का भी आरोप लगाया। वरिष्ठ भाजपा नेता और विपक्ष के नेता, आर. अशोक ने सोमवार को कहा कि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है और कानून के समक्ष सभी समान हैं। पूर्व सीएम और जद-एस अध्यक्ष एचडी कुमारस्वामी ने इसके बारे में बात की है। सरकार ने एक विशेष जांच दल का गठन किया है. सरकार को कार्रवाई करने दीजिए।
जद-एस विधायक ने ही उठाई थी निष्कासन की मांग
जद-एस विधायक समृद्धि वी मंजूनाथ ने प्रज्वल और उनके पिता के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए उन्हें निष्कासित करने की मांग की। कोलार जिले के मुलबागल से विधायक ने कहा कि दोनों के खिलाफ आरोपों ने पार्टी कार्यकर्ताओं को इतना शर्मिंदा कर दिया है कि वे इसका नाम भी नहीं लेना चाहते हैं।