कर्नाटक के पूर्व सीएम ने देवगौड़ा के बारे में कह दी यह बड़ी बात
बैंगलोरPublished: Nov 12, 2019 07:13:59 pm
पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या ने जमकर साधा देवगौड़ा पर निशाना
कर्नाटक के पूर्व सीएम ने देवगौड़ा के बारे में कह दी यह बड़ी बात
बेंगलूरु. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सिद्धरामय्या ने कहा कि कांग्रेस-जद-एस गठबंधन सरकार के पतन के बाद सत्तारूढ़ भाजपा के प्रति जद-एस की राय बदल गई है। पूर्व प्रधानमंत्री एवं जद-एस सुप्रीमो तथा पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के बयानों से भी यह साबित होता है कि जद-एस का रुख भाजपा के प्रति नरम हो चुका है। इस बात की संभावना से इनकार भी नहीं किया जा सकता कि दोनों दलों के बीच कोई गुप्त समझौता हुआ है। विजयापुर में मंगलवार को संवाददाताओं से बातचीत करते हुए सिद्धरामय्या ने एचडी देवगौड़ा और कुमारस्वामी पर जमकर निशाना साधा। सवालिया लहजे में उन्होंने कहा कि आखिर देवगौड़ा और कुमारस्वामी बार-बार यह क्यों कह रहे हैं कि सत्तारूढ़ भाजपा सरकार सुरक्षित है और पांच साल का अपना कार्यकाल पूरा करेगी। जरूर दोनों पार्टियों के बीच कोई न कोई समझौता है। इससे पहले कुलबुर्गी ेमें एचडी देवगौड़ा ने कहा था कि ‘बीएस येडियूरप्पा के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार को कोई खतरा नहीं है। यह सरकार पांच साल का अपना कार्यकाल पूरा करेगी।’गठबंधन सरकार के गठन के समय मौजूद नहीं था कांग्रेस-जद-एस गठबंधन सरकार के गठन की परिस्थितियों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि ‘पिछले वर्ष 12 मई के चुनाव परिणामों के बाद हमने जद-एस के साथ मिलकर सरकार बनाई। लेकिन, यह सबकुछ एक सांप्रदायिक पार्टी को सत्ता से बाहर रखने के लिए कांग्रेस हाइकमान के दिशा-निर्देशों के तहत हुआ है। जब गठबंधन सरकार के गठन के लिए देवगौड़ा कांग्रेस हाइकमान के साथ बातचीत कर रहे थे तब तो मैं वहां मौजूद भी नहीं था।’ पहले भाजपा अपने नेताओं को कांग्रेस में आने से रोके सिद्धरामय्या ने कहा कि देवगौड़ा का रवैया अब भाजपा के प्रति काफी नरम हो चुका है। देवगौड़ा को इस बात का जवाब देना होगा कि भाजपा के प्रति रुख में बदलाव की वजह आखिर क्या है। क्या कोई समझौता हुआ है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वे यह दावा नहीं करते कि उपचुनाव में सभी 15 सीटें जीत लेंगे। लेकिन, 12 सीटों पर उनकी जीत पक्की है। सीटी रवि के उस बयान पर जिसमें उन्होंने कई विधायकों के भाजपा में शामिल होने के दावा किया था सिद्धरामय्या ने कहा कि पहले वे अपनी पार्टी के उन नेताओं को रोकें जो भाजपा से कांग्रेस में आ रहे हैं। वे ऑपरेशन कमल की तर्ज पर कोई बदले में ऑपरेशन नहीं चला रहे हैं।