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कलबुर्गी साहित्य सम्मेलन को अनुदान का इंतजार

locationबैंगलोरPublished: Jan 21, 2020 08:16:37 pm

Submitted by:

Sanjay Kulkarni

अगले माह 5 फरवरी से 7 फरवरी तक जिला मुख्यालय कलबुर्गी में आयोजित 85 वें अखिल भारतीय कन्नड़ सहित्य सम्मेलन को अभी भी राज्य सरकार के 14 करोड़ रुपए के अनुदान का इंतजार है।अभी तक यह अनुदान जारी नहीं होने से इस सम्मेलन की तैयारियां धीमी गति से चल रही है। बताया जा रहा है कि कन्नड़ साहित्य परिषद ने कलबुर्गी जिला साहित्य परिषद के लिए अभी तक केवल 5 लाख रुपए जारी किए है।

कलबुर्गी साहित्य सम्मेलन को अनुदान का इंतजार

कलबुर्गी साहित्य सम्मेलन को अनुदान का इंतजार

बेंगलूरु.अगले माह 5 फरवरी से 7 फरवरी तक जिला मुख्यालय कलबुर्गी में आयोजित 85 वें अखिल भारतीय कन्नड़ सहित्य सम्मेलन को अभी भी राज्य सरकार के 14 करोड़ रुपए के अनुदान का इंतजार है।अभी तक यह अनुदान जारी नहीं होने से इस सम्मेलन की तैयारियां धीमी गति से चल रही है। बताया जा रहा है कि कन्नड़ साहित्य परिषद ने कलबुर्गी जिला साहित्य परिषद के लिए अभी तक केवल 5 लाख रुपए जारी किए है।
कन्नड़ साहित्य परिषद के अध्यक्ष मनु बालिगार के अनुसार गत वर्ष धारवाड में आयोजित साहित्य सम्मेलन के लिए राज्य सरकार ने 10 करोड़ रुपए का अनुदान जारी किया था।अबकि बार इस सम्मेलन पर 12 से 14 करोड़ रुपए का खर्चा होने की संभावना होने के कारण साहित्य परिषद ने सरकार से 14 करोड़ रुपए अनुदान की मांग रखी है। इस सम्मेलन में 20 हजार से अधिक प्रतिनिधि भाग लेने की संभावना है। प्रतिनिधियों की तीन दिनों की भोजन व्यवस्था, आवास, सभा मंडप पर ही अनुदान की 80 फीसदी राशि खर्च होती है। एक दो दिनों मे यह अनुदान जारी होने की संभावना है।
उल्लेखनीय है कि कवि तथा विमर्शक डॉ एचएस वेंकटेशमूर्ति की अध्यक्षता में कलबुर्गी में 32 वर्ष के अंतराल के बाद 85 वें अखिल भारतीय कन्नड़ साहित्य सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है।इससे पहले यहां वर्ष 1987 में 58 वें अखिल भारतीय कन्नड़ साहित्य सम्मेलन का आयोजन किया गया था। इस बीच सम्मेलन की तैयारियों में शामिल नहीं किए जाने से नाराज स्थानीय साहित्यकार तथा कई संगठनों ने कन्नड़ साहित्य परिषद के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया है। बताया जा रहा है कि इस सम्मेलन के आयोजन तैयारी से अधिक इस सम्मेलन के विरोध में ही अधिक स्वर मुखर रहें है।ऐसे संगठनों की नाराजगी का असर सम्मेलन के प्रबंधन पर होने के संकेत मिल रहें है।
इस सम्मेलन के स्वागत समिति के अध्यक्ष कोषाध्यक्ष जिलाधिकारी बी.शरद ने हाल में संपन्न एक बैठक में स्थानीय संगठनों के इस रुख पर नाराजगी करने के साथ इस सम्मेलन के सुचारु आयोजन के लिए सभी संगठनों का सहयोग मांगा है।

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