परीक्षा चार से 21 मई तक आयोजित हुई थी। लॉकडाउन के कारण अंग्रेजी का पर्चा नहीं हो सका था। बाद में यह पर्चा 18 जून को हुआ था। करीब 6.75 लाख विद्यार्थी पीयूसी परीक्षा में शामिल हुए थे।
पूरक परीक्षा रद्द
सुरेश कुमार ने कहा कि प्रथम पीयूसी के विद्यार्थियों के लिए पूरक परीक्षा आयोजित नहीं होगी। 16 से 27 जुलाई तक परीक्षाएं आयोजित होनी थीं। चार मई को घोषित नतीजों में करीब 60 हजार विद्यार्थी प्रथम पीयूसी परीक्षा में पास नहीं हो सके थे। हालांकि उन्होंने कहा कि इनमें से ज्यादातर विद्यार्थी प्रोन्नत किए जाएंगे। उत्तीर्ण होने के लिए कॉलेज स्तर पर न्यूनतम ग्रेस अंक प्रदान किए जाएंगे।
कोरोना महामारी के कारण जो विद्यार्थी प्रथम पीयूसी परीक्षा में शामिल नहीं हो सके थे और कक्षा में जिनकी उपस्थिति अच्छी रही है उनके लिए आंतरिक परीक्षा आयोजित की जाएगी। 12वीं के प्रथम आंतरिक परीक्षा से पहले परीक्षा का आयोजन होगा।
सुरेश कुमार ने कहा प्रथम पीयूसी परीक्षा के लिए जिन विद्यार्थियों को हॉल टिकट जारी नहीं किए गए थे उन्हें प्रोन्नत नहीं किया जाएगा।