दक्षिण कन्नड़ जिले में सुब्रमण्या के कुमारादारे पहाड़ी क्षेत्र में मिट्टी का मलबा घर पर गिरने से दो किशोरियोंं की मौत हो गई। रूपाश्री (36) चार माह की पुत्री को लेकर बाहर आ गई। उसकी दो पुत्रियां श्रुति (10) और ज्ञानश्री (6) की मिट्टी के मलबे में दब कर मौत हो गई। बताया जाता है कि इलाके में सोमवार शाम से ही बारिश हो रही थी। शाम करीब सात बजे तेज आवाज आने पर बरामदे में पढ़ रही श्रुति की ओर भागी। ज्ञानश्री भी अंदर गई तभी मिट्टी मलबा उनकी घर पर गिर पड़ा। रसोई घर में काम कर रही बच्चियों की मां रूपाश्री बाहर आ गई कि बच्चे बाहर ही होंगे। बारिश और सड़क पर पेड़ गिरने के कारण बचाव कर्मियों को मौके पर पहुंचने में देरी हुई। बाद मेें बचाव कर्मियों ने दोनों के शव मलबे निकाले। दोनों एक-दूसरे का हाथ पकड़े थे।
भटकल में पांच की मौत
भटकल के मुट्टाहल्ली गांव में मकान पर मिट्टी का मलबा गिरने से मकान मालिक लक्ष्मी नारायण नायक (65), पुत्री लक्ष्मी (42), पुत्र अनंत नारायण नायक (38) और भांजे हाजुविल्ली, प्रवीण रामकृष्णा नायक (16) की मौत हो गई।
कलबुर्गी में एक साइकिल सवार पानी मेंं बह गया। भटकल तहसील के कई क्षेत्रों में भूमि स्खलन की घटनाएं हुई हैं। कई क्षेत्रों में बाढ़ आई है। पानी में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थलों पर पहुंचाया जा रहा है। जिला प्रशासन से चार राहत शिविर स्थापित कर 160 लोगों को स्थानांतरित किया।
भारी बारिश के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग 66 को बंद किया गया। शिराली और रंगिनाकट्टे गांव पानी में डूब चुके हैं। वाहनों को कतार में खड़े देखा गया।
दक्षिण कन्नड़ जिले के सुल्या, कडबा, तहसीलों में स्कूलों और कॉलेजों को छुट्टी दी गई। धार्मिक क्षेत्र कुक्के सुब्रमण्या में भारी बारिश से दो दिनों तक भक्तों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। कोप्पल, कोडग़ू और अन्य जिलों में भारी बारिश हो रही है।
बेंगलूरु के कई इलाकों में जलजमाव
बेंगलूरु में होरामाउ के पई लेआउट में बाढ़ आ गई है। आस पास की सभी झीलें लबालब हो चुकी हैं। सड़कों पर जल जमाव होने से वाहन सवारों को कई संकटों का सामना करना पड़ा। बेंगलूरु ग्रामीण जिले के देवनहल्ली, होसकोटे और नेलमंगला में भी सड़कों पर जलजमाव और घरों में पानी घुसने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।